हददेजेर ने परात नदी की दूसरी ओर रहने वाले अरामियों को लाने के लिये दूत भेजे। ये अरामी हेलाम पहुँचे। उनका संचालक शोबक था, जो हददेजेर की सेना का सेनापति था।
दाऊद को इसका पता लगा। इसलिये उसने सारे इस्राएलियों को एक साथ इकट्ठा किया उन्होंने यरदन नदी को पार किया और वे हेलाम पहुँचे। वहाँ अरामियों ने आक्रमण की तैयारी की और धावा बोल दिया।
यहोवा ने दूसरे व्यक्ति को भी सुलैमान के विरुद्ध शत्रु बनाया। यह व्यक्ति एल्यादा का पुत्र रजोन था। रजोन अपने स्वामी के यहाँ से भाग गया था। उसका स्वामी सोबा का राजा हददेजेर था।
दाऊद हदरेजेर की सेना के विरुद्ध भी लड़ा। हदरेजेर सोबा का राजा था। दाऊद उस सेना के विरुद्ध लड़ा। दाऊद लगातार हमात नगर तक उस सेना से लड़ा। दाऊद ने यह इसलिये किया कि हदरेजेर ने आपने राज्य को लगातार परात नदी तक फैलाना चाहा।
अराम के प्रमुखों ने देखा कि इस्राएल ने उन्हें पराजित कर दिया। इसलिये उन्होंने परात नदी के पूर्व रहने वाले अरामी लोगों से सहायता के लिये दूत भेजे। शोपक हदरेजेर की अराम की सेना का सेनापति था। शोपक ने उन अन्य अरामी सैनिकों का भी संचालन किया।