येहू ने उनसे कहा, “ईज़ेबेल को नीचे फेंको!” तब खोजों ने ईज़ेबेल को नीचे फेंक दिया। ईज़ेबेल का कुछ रक्त दीवार और घोड़ों पर छिटक गया। घोड़ों ने ईज़ेबेल के शरीर को कुचल डाला।
यहोवा ने कहा था, ‘कल मैंने नाबोत और उसके पुत्रों का खून देखा था। अतः मैं अहाब को इसी खेत में दण्ड दूँगा।’ यहोवा ने ऐसा कहा था। अतः जैसा यहोवा ने आदेश दिया है—योराम के शव को खेत में फेंक दो!”
“यहोवा ने मेरे सभी वीर योद्धा नकार दिये। वे वीर योद्धा नगर के भीतर थे। यहोवा ने मेरे विरुद्ध में फिर एक भीड़ भेजी, वह मेरे युवा सैनिक को मरवाने उन लोगों को लाया था। यहोवा ने मेरे अंगूर गरठ में कुचल दिये। वह गरठ यरूशलेम की कुमारियों का होता था।
फिर मेरी बैरिन यह देखेगी और लज्जित हो जायेगी। मेरे शत्रु ने यह मुझ से कहा था, “तेरा परमेश्वर यहोवा कहाँ है” उस समय, मैं उस पर हँसूंगी। लोग उसको ऐसे कुचल देंगे जैसे गलियों में कीचड़ कुचली जाती है।
तब तुम उन बुरे लोगों को कुचलोगे, वे तुम्हारे पैरों के नींचे की राख —से होंगे। मैं न्याय के समय इन घटनाओं को घटित कराऊँगा।” सर्वशक्तिमान यहोवा ने यह सब कहा!
“तुम समूची मानवता के लिये नमक हो। किन्तु यदि नमक ही बेस्वाद हो जाये तो उसे फिर नमकीन नहीं बनाया जा सकता है। वह फिर किसी काम का नहीं रहेगा। केवल इसके, कि उसे बाहर लोगों की ठोकरों में फेंक दिया जाये।
सोचो, वह मनुष्य कितने अधिक कड़े दण्ड का पात्र है, जिसने अपने पैरों तले परमेश्वर के पुत्र को कुचला, जिसने वाचा के उस लहू को, जिसने उसेपवित्र किया था, एक अपवित्र वस्तु माना और जिसने अनुग्रह की आत्मा का अपमान किया।