तब एलीशा उस स्थान पर गया जहाँ पानी भूमि से निकल रहा था। एलीशा ने नमक को पानी में फेंक दिया। उसने कहा, “यहोवा कहता है, ‘मैं इस पानी को शुद्ध करता हूँ। अब, मैं इस पानी से किसी को मरने न दूँगा, और न ही भूमि को अच्छी फसल देने से रोकूँगा।’”
उस नगर से एलीशा बेतेल गया। एलीशा नगर की ओर पहाड़ी पर चल रहा था जब कुछ लड़के नगर से नीचे आ रहे थे। वह एलीशा का मजाक उड़ाने लगे और उन्होंने कहा, “हे गन्जे, तू ऊपर चढ़ जा! हे गन्जे तू ऊपर चढ़ जा!”