सन्देशवाहक येहू के पास आए और उससे कहा, “वे राजपुत्रों का सिर लेकर आए हैं।” तब येहू ने कहा, “नगर—द्वार पर, प्रातःकाल तक उन सिरों की दो ढेरें बना कर रखो।”
जब नगर के प्रमुखों ने पत्र प्राप्त किया तब उन्होंने राजा के पुत्रों को लिया और सभी सत्तर पुत्रों को मार डाला। तब प्रमुखों ने राजपुत्रों के सिर टोकरियों में रखे। उन्होंने टोकरियों को यिज्रैल में येहू के पास भेज दिया।
सुबह को येहू बाहर निकला और लोगों के सामने खड़ा हुआ। उसने लोगों से कहा, “तुम लोग निरपराध लोग हो। देखो, मैंने अपने स्वामी के विरुद्ध योजनाएं बनाई। मैंने उसे मार डाला। किन्तु अहाब के इन सब पुत्रों को किसने मारा तुमने उन्हें मारा!
जब ऐसा होता है तो उसका शरीर पूरी रात पेड़ पर नहीं रहना चाहिए। तुम्हें उसे उसी दिन निश्चय ही दफना देना चाहिए। क्यों? क्योंकि जो व्यक्ति पेड़ पर लटकाया जाता है वह परमेश्वर से अभिशाप पाया हुआ होता है। तुम्हें उस देश को अपवित्र नहीं करना चाहिए जिसे यहोवा तुम्हारा परमेश्वर तुम्हें रहने के लिए दे रहा है।