पवित्र चुम्बन द्वारा एक दूसरे का स्वागत करो। सभी संतों का तुम्हें नमस्कार।
यदि तू अपने भाई बंदों का ही स्वागत करेगा तो तू औरों से अधिक क्या कर रहा है? क्या ऐसा तो विधर्मी भी नहीं करते?
तुम लोग पवित्र चुंबन द्वारा एक दूसरे का स्वागत करो। तुम्हें सभी मसीही कलीसियों की ओर से नमस्कार।
सभी बंधुओं की ओर से तुम्हें नमस्कार। पवित्र चुम्बन के साथ तुम आपस में एक दूसरे का सत्कार करो।
सब भाईयों का पवित्र चुम्बन से सत्कार करो।
प्रेमपूर्ण चुम्बन से एक दूसरे का स्वागत सत्कार करो। तुम सबको, जो मसीह में हो, शांति मिले।