तब सुलैमान ने पुनः उन नगरों को बनाया जो हूराम ने उसको दिये और सुलैमान ने इस्राएल के कुछ लोगों को उन नगरों में रहने की आज्ञा दे दी।
रहूबियाम यरूशलेम में रहने लगा। उसने आक्रमण के विरुद्ध रक्षा के लिये यहूदा में सुदृढ़ नगर बनाए।
यहोवा के मन्दिर को बनाने और अपना महल बनाने में सुलैमान को बीस वर्ष लगे।
इसके बाद सुलैमान सोबा के हमात को गया और उस पर अधिकार कर लिया।