2 इतिहास 36:14पवित्र बाइबलयाजकों के सभी प्रमुखों और यहूदा के लोगों के प्रमुखों ने अधिक पाप किये औऱ यहोवा के बहुत अधिक अविश्वासनीय हो गए। उन्होंने अन्य राष्ट्रों के बुरे उदाहरणों की नकल की। उन प्रमुखों ने यहोवा के मन्दिर को ध्वस्त कर दिया। यहोवा ने मन्दिर को यरूशलेम में पवित्र बनाया था। अध्याय देखें |
सिदकिय्याह ने नबूकदनेस्सर के विरुद्ध विद्रोह किया। कुछ समय पहले नबूकदनेस्सर ने सिदकिय्याह से प्रतिज्ञा कराई थी कि वह नबूकदनेस्सर का विश्वासपात्र रहेगा। सिदकिय्याह ने परमेश्वर का नाम लिया और नबूकदनेस्सर के प्रति विश्वासपात्र बने रहने की प्रतिज्ञा की। किन्तु सिदकिय्याह बहुत अड़ियल था और उसने अपना जीवन बदलने, इस्राएल के यहोवा परमेश्वर के पास लौटने तथा उसकी आज्ञा मानने से इन्कार कर दिया।
तब जिन राजकीय अधिकारियों ने यिर्मयाह के उस कथन को सुना जिसे वह लोगों से कह रहा था, वे राजा सिदकिय्याह के पास गए। उन्होंने राजा से कहा, “यिर्मयाह को अवश्य मार डालना चाहिये। वह उन सैनिकों को भी हतोत्साहित कर रहा है जो अब तक नगर में हैं। यिर्मयाह जो कुछ कह रहा है उससे वह हर एक का साहस तोड़ रहा है। यिर्मयाह हम लोगों का भला होता नहीं देखना चाहता। वह यरूशलेम के लोगों को बरबाद करना चाहता है।”
वे परमेश्वर के विरुद्ध हुए, अत: जंगल का एक सिंह उन पर आक्रमण करेगा। मरुभूमि में एक भेड़िया उन्हें मार डालेगा। एक तेंदुआ उनके नगरों के पास घात लगाये है। नगरों के बाहर जाने वाले किसी को भी तेंदुआ टुकड़ों में चीर डालेगा। यह होगा, क्यैं कि यहूदा के लोगों ने बार—बार पाप किये हैं। वे कई बार यहोवा से दूर भटक गए हैं।