राजा हिजकिय्याह और उसके अधिकारियों ने लेवीवंशियों को यहोवा की स्तुति का आदेश दिया। उन्होंने उन गीतों को गाया जिन्हें दाऊद और दृष्टा आसाप ने लिखा था। उन्होंने यहोवा की स्तुति की और प्रसन्न हुए। वे सभी झुके और उन्होंने यहोवा की उपासना की।
शमूएल नबी जब जीवित था तब से फसह पर्व इस प्रकार नहीं मनाया गया था। इस्राएल के किसी राजा ने कभी इस प्रकार फसह पर्व नहीं मनाया था। राजा योशिय्याह, याजक, लेवीवंशी और इस्राएल औऱ यहूदा के लोगों ने, यरूशलेम में सभी लोगों के साथ, फसह पर्व को बहुत ही विशेष रुप में मनाया।
इस्राएल के लोगों की उस समूची टोली ने जो बंधुआपन से छूट कर आयी थी, आवास बना लिये और वे अपनी बनाई झोंपड़ियों में रहने लगे। नून के पुत्र यहोशू के समय से लेकर उस दिन तक इस्राएल के लोगों ने झोंपड़ियों के त्यौहार को कभी इस तरह नहीं मनाया था। हर व्यक्ति आनन्द मग्न था!