यहूदा का राजा यहोशापात सुरक्षित यरूशलेम अपने घर लौटा।
उस दिन युद्ध अधिक बुरी तरह लड़ा गया। अहाब ने अपने रथ में अरामियों का सामना करते हुए शाम तक अपने को संभाले रखा। तब अहाब सूर्य डूबने पर मर गया।
दृष्टा येहू यहोशापात से मिलने गया। येहू के पिता का नाम हनानी था। येहू ने राजा यहोशापात से कहा, “तुम बुरे आदमियों की सहायता क्यों करते हो तुम उन लोगों से क्यों प्रेम करते हो जो यहोवा से घृणा करते हैं। यही कारण है कि यहोवा तुम पर क्रोधित है।