सुलैमान के व्यापारियों ने मिस्र से एक रथ चाँदी के छः सौ शेकेल में और घोड़ा चाँदी के एक सौ पचास शेकेल में खरीदा। तब व्यापारियों ने घोड़ों और रथों को हित्ती लोगों के राजाओं तथा अराम के राजाओं के हाथ बेच दिया।
राजा को अत्यधिक घोड़े अपने लिए नहीं रखने चाहिए और उसे लोगों को अधिक घोड़े लाने के लिए मिस्र नहीं भेजना चाहिए। क्यों? क्योंकि तुमसे यहोवा ने कहा है, ‘तुम्हें उस रास्ते पर कभी नहीं लौटना है।’