अहाब से कहो, मैं यहोवा उससे कहता हूँ, ‘अहाब! तुमने नाबोत नामक व्यक्ति को मार डाला है। अब तुम उसकी भूमि ले रहे हो। अत: मैं तुमसे कहता हूँ, तुम भी उसी स्थान पर मरोगे जिस स्थान पर नाबोत मरा। जिन कुत्तों ने नाबोत के खून को चाटा, वे ही तुम्हारा खून उस स्थान पर चाटेंगे।’”
एक दिन अहाब ने नाबोत से कहा, “अपना यह फलों का बाग मुझ दे दो। मैं इसे सब्जियों का बाग बनाना चाहता हूँ। तुम्हारा बाग मेरे महल के पास है। मैं इसके बदले तुम्हें इससे अच्छा अंगूर का बाग दूँगा या, यदि तुम पसन्द करोगे तो इसका मूल्य मैं सिक्कों में चुकाऊँगा।”
ईज़ेबेल ने उत्तर दिया, “किन्तु तुम तो पूरे इस्राएल के राजा हो अपने बिस्तर से उठो। कुछ भोजन करो, तुम अपने को स्वस्थ अनुभव करोगे। मैं नाबोत का बाग तुम्हारे लिये ले लूँगी।”
और शासक लोगों की भूमि का कोई भी हिस्सा नहीं लेगा और न ही उन्हें अपनी भूमि छोड़ने को विवश करेगा। उसे अपनी भूमि का कुछ भाग अपने पुत्रों को देना चाहिए। इस तरह से हमारे लोग अपनी भूमि से वंचित होने के लिये विवश नहीं किये जाएंगे।”
शाऊल ने अपने उन अधिकारियों से कहा, जो उसके चारों ओर खड़े थे, “बिन्यामीन के लोगो सुनो! क्या तुम लोग समझते हो कि यिशै का पुत्र (दाऊद) तुम्हें खेत और अंगूरों के बाग देगा? क्या तुम समझते हो कि वह तुमको उन्नति देगा और तुम्हें एक हजार व्यक्तियों और एक सौ व्यक्तियों के ऊपर अधिकारी बनाएगा।
“राजा तुम्हारी पुत्रियों को लेगा। वह तुम्हारी पुत्रियों में से कुछ को अपने लिये सुगन्धद्रव्य चीजें बनाने को विवश करेगा और वह तुम्हारी पुत्रियों में से कुछ को रसोई बनाने और रोटी पकाने को विवश करेगा।