तब सुलैमान के कारीगरों और हीराम के कारीगरों तथा गबाली के व्यक्तियों ने पत्थरों पर नक्काशी का काम किया। उन्होंने मन्दिर को बनाने के लिये पत्थरों और लट्ठों को तैयार किया।
दाऊद ने आदेश दिया कि इस्राएल में रहने वले सभी विदेशी एक साथ इकट्ठे हों। विदेशियों के उस समूह में से दाऊद ने संगतराशों को चुना। उनका काम परमेश्वर के मन्दिर के लिये पत्थरों को काट कर तैयार करना था।
गबल के अग्रज प्रमुख और बुद्धिमान व्यक्ति जहाज़ के तख्तों के बीच कल्किन लगाने में सहायता के लिये जहाज़ पर थे। समुद्र के सारे जहाज और उनके चालक तुम्हारे साथ व्यापार और वाणिज्य करने आते थे।