हूशै का पुत्र बाना, आशेर और आलोत का प्रशासक था।
दाऊद पर्वत की चोटी पर आया। यही वह स्थान था जहाँ वह प्राय: परमेश्वर से प्रार्थना करता था। उस समय एरेकी हूशै उसके पास आया। हूशै का अंगरखा फटा था और उसके सिर पर धूलि थी।
पारूह का पुत्र यहोशापात, इस्साकार का प्रशासक था।