यहूदा पर आसा के राज्य काल के दूसरे वर्ष में यारोबाम का पुत्र नादाब इस्राएल का राजा हुआ। नादाब ने इस्राएल पर दो वर्ष तक शासन किया।
यही पाप था जो उसके राज्य की बरबादी और विनाश का कारण बना।
तब अहिय्याह नबी यारोबाम की पत्नी से बात करता रहा। उसने कहा, “अब तुम घर जाओ। जैसे ही तुम अपने नगर में प्रवेश करोगी तुम्हारा पुत्र मरेगा।
यारोबाम ने बाईस वर्ष तक राजा के रूप में शासन किया। तब वह मरा और अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया। उसका पुत्र नादाब उसके बाद नया राजा हुआ।
नादाब ने यहोवा के विरुद्ध बुरे काम किये। उसने वैसे ही पाप किये जैसे उसके पिता यारोबाम ने किये थे और यारोबाम ने इस्राएल के लोगों से भी पाप कराये थे।
इस्राएली लोग दो दलों में बँट गये थे। आधे लोग गीनत के पुत्र तिब्नी का अनुसरण करते थे और उसे राजा बनाना चाहते थे। अन्य आधे लोग ओम्री के अनुयायी थे।