मपीबोशेत ने उत्तर दिया, “हे राजा, मेरे स्वामी! मेरे सेवक (सीबा) ने मुझे मूर्ख बनाया। मैंने सीबा से कहा, ‘मैं विकलांग हूँ। अत: गधे पर काठी लगाओ। तब मैं गधे पर बैठूंगा, और राजा के साथ जाऊँगा। किन्तु मेरे सेवक ने मुझे धोखा दिया।’
वृद्ध नबी परमेश्वर के व्यक्ति के पीछे गया। वृद्ध नबी ने परमेश्वर के व्यक्ति को एक बांजवृक्ष के नीचे बैठे देखा। वृद्ध नबी ने पूछा, “क्या आप वही परमेश्वर के व्यक्ति हैं जो यहूदा से आए हैं?” परमेश्वर के व्यक्ति ने उत्तर दिया, “हाँ, मैं ही हूँ।”
याईर के तीस पुत्र थे। वे तीस गधों पर सवार होते थे। वे तीस पुत्र गिलाद क्षेत्र के तीस नगरों की व्यवस्था करते थे। वे नगर “याईर के ग्राम” आज तक कहे जाते हैं।