क्योंकि परमेश्वर की तथाकथित मूर्खता मनुष्यों के ज्ञान से कहीं अधिक विवेकपूर्ण है। और परमेश्वर की तथाकथित दुर्बलता मनुष्य की शक्ति से कहीं अधिक सक्षम है।
फ़िरौन ने लोगों को मिस्र छोड़ने के लिए विवश किया। यहोवा ने लोगों को समुद्र के तट की सड़क को नहीं पकड़ने दिया। वह सड़क पलिश्ती तक का सबसे छोटा रास्ता है, किन्तु यहोवा ने कहा, “यदि लोग उस रास्ते से जाएंगे तो उन्हें लड़ना पड़ेगा। तब वे अपना मन बदल सकते हैं और मिस्र को लौट सकते हैं।”
एक प्राकृतिक व्यक्ति परमेश्वर की आत्मा द्वारा प्रकाशित सत्य को ग्रहण नहीं करता क्योंकि उसके लिए वे बातें निरी मूर्खता होती हैं, वह उन्हें समझ नहीं पाता क्योंकि वे आत्मा के आधार पर ही परखी जा सकती हैं।
यह सच है कि उसे उसकी दुर्बलता के कारण क्रूस पर चढ़ाया गया किन्तु अब वह परमेश्वर की शक्ति के कारण ही जी रहा है। यह भी सच है कि मसीह में स्थित हम निर्बल हैं किन्तु तुम्हारे लाभ के लिए परमेश्वर की शक्ति के कारण हम उसके साथ जीयेंगे।