दाऊद ने लोगों को तीन टुकड़ियों में बाँटा, और तब दाऊद ने लोगों को आगे भेजा। योआब एक तिहाई सेना का नायक था। अबीशै सरूयाह का पुत्र, योआब का भाई सेना के दूसरे तिहाई भाग का नायक था, और गत का इत्तै अन्तिम तिहाई भाग का नायक था। राजा दाऊद ने लोगों से कहा, “मैं भी तुम लोगों के साथ चलूँगा।”
दाऊद ने अबीशै से कहा, “बिक्री का पुत्र शेबा हम लोगों के लिये उससे भी अधिक खतरनाक है जितना अबशालोम था। इसलिये मेरे सेवकों को लो और शेबा का पीछा करो। शेबा को प्राचीर वाले नगरों में पहुँचने से पहले इसे शीघ्रता से मारो। यदि शेबा प्राचीर वाले नगरों में पहुँच जायेगा तो वह हम लोगों से बच निकलेगा।”
किन्तु सरूयाह के पुत्र अबीशै ने उस पलिश्ती को मार डाला और दाऊद के जीवन को बचाया। तब दाऊद के लोगों ने दाऊद से प्रतिज्ञा की। उन्होंने उससे कहा, “तुम हम लोगों के साथ भविष्य में युद्ध करने नहीं जा सकते। यदि तुम फिर युद्ध में जाते हो और मार दिये जाते हो तो इस्राएल अपने सबसे बड़े मार्ग दर्शक को खो देगा।”
दाऊद ने कहा, “परमेश्वर, मैं इस पानी को नहीं पी सकता। इन व्यक्तियों ने मेरे लिये इस पानी को लाने में अपने जीवन को खतरे में डाला। अतः यदि मैं इस पानी को पीता हूँ तो यह उनका खून पीने के समान होगा।” इसलिये दाऊद ने उस जल को पीने से इन्कार किया। तीनों वीरों ने उस तरह के बहुत से वीरता के काम किये।
दाऊद ने हित्ती अहीमेलेक और यरूयाह के पुत्र अबीशै से बातें कीं। (अबीशै योआब का भाई था।) उसने उनसे कहा, “मेरे साथ शाऊल के पास उसके डेरे में कौन चलेगा?” अबीशै ने उत्तर दिया, “मैं तुम्हारे साथ चलूँगा।”