यहोशू की मृत्यु के बाद इस्राएलियों ने याहवेह से यह प्रश्न किया, “कनानियों से युद्ध करने सबसे पहले किसका जाना सही होगा?”
न्यायियों 2:8 - सरल हिन्दी बाइबल याहवेह का दास यहोशू, नून के पुत्र की मृत्यु हो गई. इस समय उनकी उम्र एक सौ दस वर्ष की थी. पवित्र बाइबल नून का पुत्र यहोशू, जो यहोवा का सेवक था, एक सौ दस वर्ष की अवस्था में मरा। Hindi Holy Bible निदान यहोवा का दास नून का पुत्र यहोशू एक सौ दस वर्ष का हो कर मर गया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब प्रभु के सेवक, यहोशुअ बेन-नून की मृत्यु एक सौ दस वर्ष की उम्र में हुई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा का दास नून का पुत्र यहोशू एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया। इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा का दास नून का पुत्र यहोशू एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया। |
यहोशू की मृत्यु के बाद इस्राएलियों ने याहवेह से यह प्रश्न किया, “कनानियों से युद्ध करने सबसे पहले किसका जाना सही होगा?”
ये यहोशू तथा यहोशू के बाद पुरनियों के सारे जीवन में याहवेह की सेवा और स्तुति करते रहे. ये उन सभी महान कामों के चश्मदीद गवाह थे, जो याहवेह द्वारा इस्राएल की भलाई के लिए किए गए थे.
उन्होंने उन्हें उन्हीं की मीरास की सीमा के अंदर तिमनथ-हेरेस में गाड़ दिया. यह स्थान गाश पर्वत के उत्तर में एफ्राईम के पहाड़ी इलाके में है.