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उत्पत्ति 3:3 - सरल हिन्दी बाइबल

लेकिन बगीचे के बीच में जो पेड़ है, उसके बारे में परमेश्वर ने कहा है ‘न तो तुम उसका फल खाना और न ही उसको छूना, नहीं तो तुम मर जाओगे.’ ”

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पवित्र बाइबल

लेकिन एक पेड़ है जिसके फल हम लोग नहीं खा सकते। परमेश्वर ने हम लोगों से कहा, ‘बाग के बीच के पेड़ के फल तुम नहीं खा सकते, तुम उसे छूना भी नहीं, नहीं तो मर जाओगे।’”

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Hindi Holy Bible

पर जो वृक्ष बाटिका के बीच में है, उसके फल के विषय में परमेश्वर ने कहा है कि न तो तुम उसको खाना और न उसको छूना, नहीं तो मर जाओगे।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

परन्‍तु परमेश्‍वर ने कहा है, “उद्यान के मध्‍य में लगे पेड़ का फल न खाना, उसे स्‍पर्श भी नहीं करना, अन्‍यथा तुम मर जाओगे।” ’

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

पर जो वृक्ष वाटिका के बीच में है, उसके फल के विषय में परमेश्‍वर ने कहा है कि न तो तुम उसको खाना और न उसको छूना, नहीं तो मर जाओगे।”

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नवीन हिंदी बाइबल

परंतु जो वृक्ष वाटिका के बीचों-बीच है, उसके फल के विषय में परमेश्‍वर ने कहा है कि न तो तुम उसे खाना और न ही उसे छूना, नहीं तो मर जाओगे।”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

पर जो वृक्ष वाटिका के बीच में है, उसके फल के विषय में परमेश्वर ने कहा है कि न तो तुम उसको खाना और न ही उसको छूना, नहीं तो मर जाओगे।”

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उत्पत्ति 3:3
12 क्रॉस रेफरेंस  

तब स्वप्न में ही परमेश्वर ने उससे कहा, “मुझे मालूम है कि तुमने यह काम साफ मन से किया है, इसलिये मैंने तुमको मेरे विरुद्ध में पाप करने से रोक रखा है. इसी कारण से मैंने तुम्हें उसे छूने नहीं दिया है.


तब स्त्री ने उत्तर दिया, “हम बगीचे के वृक्षों के फलों को खा सकते हैं,


सांप ने स्त्री से कहा, “निश्चय तुम नहीं मरोगे!


“मेरे अभिषिक्तों को स्पर्श तक न करना; मेरे भविष्यवक्ताओं को कोई हानि न पहुंचे.”


आप हाथ बढ़ाकर उसकी समस्त संपत्ति को छुएं, वह निश्चय आपके सामने आपकी निंदा करने लगेगा.”


“मेरे मित्रों, मुझ पर कृपा करो, क्योंकि मुझ पर तो परमेश्वर का प्रहार हुआ है.


अब आप उसकी हड्डी तथा मांस को स्पर्श कीजिए; तब वह आपके सामने आपकी निंदा करने लगेगा.”


अब वे विषय जिनके संबंध में तुमने मुझसे लिखकर पूछा है: पुरुष के लिए उचित तो यही है कि वह स्त्री का स्पर्श ही न करे


इसलिये, “उनके बीच से निकल आओ और अलग हो जाओ, यह प्रभु की आज्ञा है. उसका स्पर्श न करो, जो अशुद्ध है, तो मैं तुम्हें स्वीकार करूंगा.”


“इसे मत छुओ! इसे मत चखो! इसे व्यवहार में मत लाओ!”?