वे ककड़ी के खेत में खड़े पुतले के समान हैं, पर वे बोल नहीं सकतीं; उन्हें उठाए फिरना पड़ता है, क्योंकि वे चल नहीं सकतीं। उनसे मत डरो, क्योंकि न तो वे कुछ बुरा कर सकती हैं और न कुछ भला।”
भजन संहिता 115:5 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके मुँह तो रहता है, परन्तु वे बोल नहीं सकतीं; उनके आँखें तो रहती हैं, परन्तु वे देख नहीं सकतीं। पवित्र बाइबल उन पुतलों के मुख है, पर वे बोल नहीं पाते। उनकी आँखे हैं, पर वे देख नहीं पाते। Hindi Holy Bible उनका मुंह तो रहता है परन्तु वे बोल नहीं सकती; उनके आंखें तो रहती हैं परन्तु वे देख नहीं सकतीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनके मुंह तो हैं, पर वे बोलतीं नहीं; उनके आंखें हैं, किन्तु वे देख नहीं सकतीं। नवीन हिंदी बाइबल उनके मुँह तो हैं, परंतु वे बोल नहीं सकतीं; उनकी आँखें तो हैं, परंतु वे देख नहीं सकतीं। सरल हिन्दी बाइबल हां, उनका मुख अवश्य है, किंतु ये बोल नहीं सकतीं, उनकी आंखें अवश्य हैं, किंतु ये देख नहीं सकतीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनके मुँह तो रहता है परन्तु वे बोल नहीं सकती; उनके आँखें तो रहती हैं परन्तु वे देख नहीं सकती। |
वे ककड़ी के खेत में खड़े पुतले के समान हैं, पर वे बोल नहीं सकतीं; उन्हें उठाए फिरना पड़ता है, क्योंकि वे चल नहीं सकतीं। उनसे मत डरो, क्योंकि न तो वे कुछ बुरा कर सकती हैं और न कुछ भला।”
सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित हैं; सब सोनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी साँस नहीं चलती।