योनातान और अहीमास एनरोगेल के पास ठहरे रहे; और एक दासी जाकर उन्हें सन्देशा दे आती थी, और वे जाकर राजा दाऊद को सन्देश देते थे; क्योंकि वे किसी के देखते नगर में नहीं जा सकते थे।
प्रेरितों के काम 23:16 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पौलुस के भांजे ने सुना कि वे उसकी घात में हैं, तो गढ़ में जाकर पौलुस को सन्देश दिया। पवित्र बाइबल किन्तु पौलुस के भाँन्जे को इस षड्यन्त्र की भनक लग गयी थी, सो वह छावनी में जा पहुँचा और पौलुस को सब कुछ बता दिया। Hindi Holy Bible और पौलुस के भांजे न सुना, कि वे उस की घात में हैं, तो गढ़ में जाकर पौलुस को सन्देश दिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लेकिन पौलुस के भानजे ने इस घात के विषय में सुना। वह किले में पहुंचा और भीतर जा कर पौलुस को इसकी सूचना दी। नवीन हिंदी बाइबल जब पौलुस के भांजे ने सुना कि वे उसकी घात में हैं तो वह छावनी में पहुँचा और भीतर जाकर पौलुस को यह बात बता दी। सरल हिन्दी बाइबल पौलॉस के भांजे ने इस मार डालने के विषय में सुन लिया. उसने सेना घर में जाकर पौलॉस को इसकी सूचना दे दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और पौलुस के भांजे ने सुना कि वे उसकी घात में हैं, तो गढ़ में जाकर पौलुस को सन्देश दिया। |
योनातान और अहीमास एनरोगेल के पास ठहरे रहे; और एक दासी जाकर उन्हें सन्देशा दे आती थी, और वे जाकर राजा दाऊद को सन्देश देते थे; क्योंकि वे किसी के देखते नगर में नहीं जा सकते थे।
वह बुद्धिमानों को उनकी धूर्तता ही में फँसाता है; और कुटिल लोगों की युक्ति दूर की जाती है।
हे दुष्ट, तू धर्मी के निवास को नष्ट करने के लिये घात में न बैठ; और उसके विश्रामस्थान को मत उजाड़;
परन्तु भीड़ में से कोई कुछ और कोई कुछ चिल्लाता रहा। जब हुल्लड़ के मारे वह ठीक सच्चाई न जान सका, तो उसे गढ़ में ले जाने की आज्ञा दी।
जब वे पौलुस को गढ़ में ले जाने पर थे, तो उसने पलटन के सरदार से कहा, “क्या मुझे आज्ञा है कि मैं तुझ से कुछ कहूँ?” उसने कहा, “क्या तू यूनानी जानता है?
जब बहुत झगड़ा हुआ, तो पलटन के सरदार ने इस डर से कि वे पौलुस के टुकड़े टुकड़े न कर डालें, पलटन को आज्ञा दी कि उतरकर उसको उनके बीच में से जबरदस्ती निकालें, और गढ़ में ले जाएँ।
पौलुस ने सूबेदारों में से एक को अपने पास बुलाकर कहा, “इस जवान को पलटन के सरदार के पास ले जाओ, यह उससे कुछ कहना चाहता है।”
और सूबेदार को आज्ञा दी कि पौलुस को कुछ छूट में रखकर रखवाली करना, और उसके मित्रों में से किसी को भी उसकी सेवा करने से न रोकना।
क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है, जैसा लिखा है, “वह ज्ञानियों को उनकी चतुराई में फँसा देता है,”