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नीतिवचन 15:29 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

यहोवा दुष्‍टों से दूर रहता है, परन्तु धर्मियों की प्रार्थना सुनता है।

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पवित्र बाइबल

यहोवा दुष्टों से दूर रहता है, अति दूर; किन्तु वह धर्मी की प्रार्थना सुनता है।

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Hindi Holy Bible

यहोवा दुष्टों से दूर रहता है, परन्तु धर्मियों की प्रार्थना सुनता है।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

प्रभु धार्मिक व्यक्‍ति की प्रार्थना सुनता है, पर वह दुर्जन की ओर ध्‍यान नहीं देता।

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नवीन हिंदी बाइबल

यहोवा दुष्‍टों से दूर रहता है, परंतु वह धर्मियों की प्रार्थना सुनता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

याहवेह धर्मी की प्रार्थना का उत्तर अवश्य देते हैं, किंतु वह दुष्टों से दूरी बनाए रखते हैं.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

यहोवा दुष्टों से दूर रहता है, परन्तु धर्मियों की प्रार्थना सुनता है। (यूह. 9:31)

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नीतिवचन 15:29
19 क्रॉस रेफरेंस  

निश्‍चय परमेश्‍वर व्यर्थ बातें कभी नहीं सुनता, और न सर्वशक्‍तिमान उन पर चित्त लगाता है।


हे यहोवा, तू क्यों दूर खड़ा रहता है? संकट के समय में क्यों छिपा रहता है?


यद्यपि यहोवा महान् है, तौभी वह नम्र मनुष्य की ओर दृष्‍टि करता है; परन्तु अहंकारी को दूर ही से पहिचानता है।


उन्होंने दोहाई तो दी परन्तु उन्हें कोई भी बचानेवाला न मिला, उन्होंने यहोवा की भी दोहाई दी, परन्तु उसने भी उनको उत्तर न दिया।


जो तुझ से दूर रहते हैं वे नष्‍ट होंगे; जो कोई तेरे विरुद्ध व्यभिचार करता है, उसका तू विनाश करता है।


उस समय वे मुझे पुकारेंगे, और मैं न सुनूँगी; वे मुझे यत्न से तो ढूँढ़ेंगे, परन्तु न पाएँगे।


आँखों की चमक से मन को आनन्द होता है, और अच्छे समाचार से हड्डियाँ पुष्‍ट होती हैं।


दुष्‍ट लोगों के बलिदान से यहोवा घृणा करता है, परन्तु वह सीधे लोगों की प्रार्थना से प्रसन्न होता है।


परन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ने तुम को तुम्हारे परमेश्‍वर से अलग कर दिया है, और तुम्हारे पापों के कारण उसका मुख तुम से ऐसा छिपा है कि वह नहीं सुनता।


और ये अनन्त दण्ड भोगेंगे परन्तु धर्मी अनन्त जीवन में प्रवेश करेंगे।”


हम जानते हैं कि परमेश्‍वर पापियों की नहीं सुनता, परन्तु यदि कोई परमेश्‍वर का भक्‍त हो और उसकी इच्छा पर चलता है, तो वह उसकी सुनता है।


क्योंकि प्रभु की आँखें धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान उनकी विनती की ओर लगे रहते हैं; परन्तु प्रभु बुराई करनेवालों के विमुख रहता है।”