परन्तु दुष्ट लोगों की आँखें धुँधली पड़ जाएँगी, और उन्हें कोई शरणस्थान न मिलेगा और उनकी आशा यही होगी कि प्राण निकल जाए।”
नीतिवचन 11:7 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब दुष्ट मरता, तब उसकी आशा टूट जाती है, और अधर्मी की आशा व्यर्थ होती है। पवित्र बाइबल जब दुष्ट मरता है, उनकी आशा मर जाती है। अपनी शक्ति से जो कुछ अपेक्षा उसे थी, व्यर्थ चली जाती है। Hindi Holy Bible जब दुष्ट मरता, तब उसकी आशा टूट जाती है, और अधर्मी की आशा व्यर्थ होती है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दुर्जन की मृत्यु के साथ उसकी आशा भी मर जाती है; अधार्मिक मनुष्य की आशा अन्त में पूरी नहीं होती। नवीन हिंदी बाइबल जब दुष्ट जन मरता है, तो उसकी आशा मिट जाती है, और धन पर उसका भरोसा व्यर्थ ठहरता है। सरल हिन्दी बाइबल जब दुष्ट की मृत्यु होती है, उसकी आशा भी बुझ जाती है, और बलवान की आशा शून्य रह जाती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब दुष्ट मरता, तब उसकी आशा टूट जाती है, और अधर्मी की आशा व्यर्थ होती है। |
परन्तु दुष्ट लोगों की आँखें धुँधली पड़ जाएँगी, और उन्हें कोई शरणस्थान न मिलेगा और उनकी आशा यही होगी कि प्राण निकल जाए।”
उसका भी प्राण निकलेगा, वह भी मिट्टी में मिल जाएगा; उसी दिन उसकी सब कल्पनाएँ नष्ट हो जाएँगी।
दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नष्ट हो जाता है, परन्तु धर्मी को मृत्यु के समय भी शरण मिलती है।
तब, क्या तू अपने घात करनेवाले के सामने कहता रहेगा, ‘मैं परमेश्वर हूँ’? तू अपने घायल करनेवाले के हाथ में ईश्वर नहीं, मनुष्य ही ठहरेगा।