फिर तू कहता है, ‘परमेश्वर क्या जानता है? क्या वह घोर अन्धकार की आड़ में होकर न्याय कर सकता है?
निर्गमन 14:24 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और रात के अन्तिम पहर में यहोवा ने बादल और आग के खम्भे में से मिस्रियों की सेना पर दृष्टि करके उन्हें घबरा दिया। पवित्र बाइबल बहुत सवेरे ही यहोवा ने लम्बे बादल और आग के स्तम्भ पर से मिस्र की सेना को देखा और यहोवा ने उन पर हमला किया और उन्हें हरा दिया। Hindi Holy Bible और रात के पिछले पहर में यहोवा ने बादल और आग के खम्भे में से मिस्रियों की सेना पर दृष्टि करके उन्हें घबरा दिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) रात्रि के अन्तिम पहर में प्रभु ने अग्नि और मेघ के स्तम्भ में से मिस्र सेना पर दृष्टिपात किया। प्रभु ने मिस्र सेना को भयाकुल बना दिया। नवीन हिंदी बाइबल रात के अंतिम पहर यहोवा ने आग और बादल के खंभे में से मिस्रियों की सेना की ओर देखा और उनमें घबराहट उत्पन्न कर दी। सरल हिन्दी बाइबल सुबह के समय याहवेह ने आग तथा बादल में से होकर मिस्री सेना को देखा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और रात के अन्तिम पहर में यहोवा ने बादल और आग के खम्भे में से मिस्रियों की सेना पर दृष्टि करके उन्हें घबरा दिया। |
फिर तू कहता है, ‘परमेश्वर क्या जानता है? क्या वह घोर अन्धकार की आड़ में होकर न्याय कर सकता है?
आधी रात को पल भर में वे मर जाते हैं, और प्रजा के लोग हिलाए जाते और जाते रहते हैं; और प्रतापी लोग बिना हाथ लगाए उठा लिए जाते हैं।
जब वह चुप रहता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? जब वह मुँह फेर ले, तब कौन उसका दर्शन पा सकता है? जाति भर के साथ और अकेले मनुष्य, दोनों के साथ उसका बराबर का व्यवहार है
क्योंकि हज़ार वर्ष तेरी दृष्टि में ऐसे हैं जैसा कल का दिन जो बीत गया, या जैसे रात का एक पहर।
और यहोवा उन्हें दिन को मार्ग दिखाने के लिये मेघ के खम्भे में, और रात को उजियाला देने के लिये आग के खम्भे में होकर उनके आगे आगे चला करता था, जिससे वे रात और दिन दोनों में चल सकें।
और उसने उनके रथों के पहियों को निकाल डाला, जिससे उनका चलाना कठिन हो गया। तब मिस्री आपस में कहने लगे, “आओ, हम इस्राएलियों के सामने से भागें; क्योंकि यहोवा उनकी ओर से मिस्रियों के विरुद्ध युद्ध कर रहा है।”
चाहे शत्रु उन्हें हाँककर बँधुआई में ले जाएँ, वहाँ भी मैं आज्ञा देकर तलवार से उन्हें घात कराऊँगा; और मैं उन पर भलाई करने के लिये नहीं, बुराई ही करने के लिये दृष्टि करूँगा।”
दूसरे दिन शाऊल ने लोगों के तीन दल किए; और उन्होंने रात के अन्तिम पहर में छावनी के बीच में आकर अम्मोनियों को मारा; और धूप के कड़े होने के समय तक ऐसे मारते रहे कि जो बच निकले वे यहाँ तक तितर बितर हुए कि दो जन भी एक संग कहीं न रहे।