ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




1 यूहन्ना 3:11 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें;

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

यह उपदेश तुमने आरम्भ से ही सुना है कि हमें परस्पर प्रेम रखना चाहिए।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है, कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

जो सन्‍देश तुम ने प्रारम्‍भ से सुना है, वह यह है कि हमें एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

जो संदेश तुमने आरंभ से सुना वह यह है कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

तुमने आरंभ ही से यह संदेश सुना है कि हममें आपस में प्रेम हो.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है, कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें।

अध्याय देखें



1 यूहन्ना 3:11
16 क्रॉस रेफरेंस  

भोजन पर से उठकर अपने ऊपरी कपड़े उतार दिये, और अँगोछा लेकर अपनी कमर बाँधी।


“मेरी आज्ञा यह है, कि जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा, वैसा ही तुम भी एक दूसरे से प्रेम रखो।


तुम एक दूसरे का भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो।


और प्रेम में चलो जैसे मसीह ने भी तुम से प्रेम किया, और हमारे लिये अपने आप को सुखदायक सुगन्ध के लिये परमेश्‍वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया।


किन्तु भाईचारे की प्रीति के विषय में यह आवश्यक नहीं कि मैं तुम्हारे पास कुछ लिखूँ, क्योंकि आपस में प्रेम रखना तुम ने आप ही परमेश्‍वर से सीखा है;


आज्ञा का सारांश यह है कि शुद्ध मन और अच्छे विवेक, और कपटरहित विश्‍वास से प्रेम उत्पन्न हो।


अत: जब कि तुम ने भाईचारे की निष्कपट प्रीति के निमित्त सत्य के मानने से अपने मनों को पवित्र किया है, तो तन–मन लगाकर एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो।


अत: सब के सब एक मन और कृपामय और भाईचारे की प्रीति रखनेवाले, और करुणामय, और नम्र बनो।


सब में श्रेष्‍ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो, क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढाँप देता है।


जो समाचार हम ने उस से सुना और तुम्हें सुनाते हैं, वह यह है कि परमेश्‍वर ज्योति है और उसमें कुछ भी अन्धकार नहीं।


हे प्रियो, जब परमेश्‍वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए।


उससे हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई परमेश्‍वर से प्रेम रखता है वह अपने भाई से भी प्रेम रखे।


हे प्रियो, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्‍वर से है। जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्‍वर से जन्मा है और परमेश्‍वर को जानता है।


अब हे महिला, मैं तुझे कोई नई आज्ञा नहीं, पर वही जो आरम्भ से हमारे पास है, लिखता हूँ; और तुझ से विनती करता हूँ कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें।