अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
होशे 5:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने शिट्टीम का गड्ढा गहरा किया है! मैं उन सब को दण्ड दूंगा। पवित्र बाइबल तुमने अनेकानेक कुकर्म किये हैं। इसलिये मैं तुम सबको दण्ड दूँगा! Hindi Holy Bible उन बिगड़े हुओं ने घोर हत्या की है, इसलिए मैं उन सभों को ताड़ना दूंगा ॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन बिगड़े हुओं ने घोर हत्या की है, इसलिये मैं उन सभों को ताड़ना दूँगा। सरल हिन्दी बाइबल विद्रोहियों ने घोर नरसंहार किया है, मैं उन सबको अनुशासित करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन बिगड़े हुओं ने घोर हत्या की है, इसलिए मैं उन सभी को ताड़ना दूँगा। |
अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
धिक्कार है उन्हें, जो अपनी योजना को गहरे अन्धकार में प्रभु से छिपाते हैं, जो अन्धेरे में काम करते हैं, और यह सोचते हैं, “हमें कौन देखता है? हमें कौन जानता है?”
यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों ने आपस में कहा, ‘आओ, हम यिर्मयाह के विरुद्ध षड्यन्त्र रचें; क्योंकि यिर्मयाह के न रहने से पुरोहितों की व्यवस्था समाप्त नहीं हो जाएगी, और न बुद्धिमान आचार्यों के बुद्धिमत्तापूर्ण परामर्श, और न ही नबियों की नबूवत। आओ हम झूठे आरोप में यिर्मयाह को पकड़ें और मार डालें। अच्छा हो कि हम उसकी बात पर ध्यान न दें।’
‘हे प्रभु, क्या तू सच्चाई को नहीं देखता? देख, तूने उनको मारा, किन्तु उन्हें पीड़ा का अनुभव ही नहीं हुआ! तूने उनका संहार किया, फिर भी उन्होंने इससे पाठ नहीं सीखा! उन्होंने अपना हृदय चट्टान से अधिक कठोर बना लिया, उन्होंने पश्चात्ताप करने से इन्कार कर दिया।’
वे सब के सब हठी और मेरे प्रति विद्रोही हो गए हैं; यहां-वहां मेरी निन्दा करते-फिरते हैं। वे वास्तव में ठोस पीतल और सख्त लोहा बन गए हैं। वे सब भ्रष्टाचार करते हैं।
यहाँ लोग झूठी शपथ खाते हैं। वे धोखा देते हैं। वे हत्यारे, चोर और व्यभिचारी हैं। वे व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन करते हैं, यहाँ हत्या के बाद हत्या होती है।
अत: मैंने नबियों के माध्यम से तेरे लोगों पर कठोर प्रहार किए; अपने मुंह के वचनों से मैंने उनका वध किया। सूर्य के सदृश मेरा न्याय प्रकट होता है।
जैसे डाकू-दल मार्ग में घात लगाकर राहगीर की प्रतीक्षा करते हैं, वैसे ही पुरोहित भी दल बनाकर शेकेम नगर के मार्ग पर हत्या करते हैं। वे महापाप करते हैं।
उनके कुकर्मों का आरम्भ गिलगाल नगर में हुआ था, वहाँ से ही मैं उनसे घृणा करने लगा था। मैं उनके कुकर्मों के कारण अपने निवास से उन्हें निकाल दूंगा। मैं उनसे फिर प्रेम नहीं करूंगा। उनके सब शासक विद्रोही हैं।
मैं जिन से प्रेम करता हूँ, उन्हें डाँटता और दण्डित करता हूँ। इसलिए उत्साही बनो और पश्चात्ताप करो।