पर भले-बुरे के ज्ञान के पेड़ का फल न खाना; क्योंकि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे, तुम अवश्य मर जाओगे।’
होशे 13:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब एफ्रइम बोलता था, तब लोग कांपते थे। वह इस्राएली राष्ट्र में श्रेष्ठ था। उसने बअल देवता की पूजा की, और यों अपराध किया और मर गया। पवित्र बाइबल “एप्रैम ने स्वयं को इस्राएल में अत्यन्त महत्वपूर्ण बना लिया। एप्रैम जब बोला करता था, तो लोग भय से थरथर काँपा करते थे किन्तु एप्रैम ने पाप किये उसने बाल को पूजना शुरू कर दिया। Hindi Holy Bible जब एप्रैम बोलता था, तब लोग कांपते थे; और वह इस्राएल में बड़ा था; परन्तु जब वह बाल के कारण दोषी हो गया, तब वह मर गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब एप्रैम बोलता था, तब लोग काँपते थे; और वह इस्राएल में बड़ा था; परन्तु जब वह बाल के कारण दोषी हो गया, तब वह मर गया। सरल हिन्दी बाइबल जब एफ्राईम बोलता था तो लोग कांप उठते थे; वह इस्राएल में बड़ा आदमी था. पर वह बाल देवता की आराधना का दोषी हुआ और मर गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब एप्रैम बोलता था, तब लोग काँपते थे; और वह इस्राएल में बड़ा था; परन्तु जब वह बाल के कारण दोषी हो गया, तब वह मर गया। |
पर भले-बुरे के ज्ञान के पेड़ का फल न खाना; क्योंकि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे, तुम अवश्य मर जाओगे।’
यारोबआम ने एफ्रइम पहाड़ी पर शकेम नगर को पुन: निर्मित किया और वहाँ रहने लगा। तत्पश्चात् वह वहाँ से निकला। उसने पनूएल नगर का पुन: निर्माण किया।
‘तब लोग मेरी बात ध्यान से सुनते, और मेरी प्रतीक्षा करते थे, मेरा परामर्श जानने के लिए चुपचाप बैठे रहते थे।
मनुष्य अपने विनाश के पूर्व घमण्डी हो जाता है; पर आदर पाने के लिए मनुष्य को पहले विनम्र बनना पड़ता है।
प्रभु कहता है : ‘इन सबको स्वयं मेरे हाथों ने बनाया है, अत: ये सब वस्तुएँ मेरी ही हैं। पर मैं उस मनुष्य पर ध्यान दूंगा, जो विनम्र है जो आत्मा में पीड़ित है जो मेरे वचन में श्रद्धा रखता है।
सीरिया देश की राजधानी दमिश्क है, और दमिश्क का राजा रसीन है। (आगामी पैंसठ वर्षों में एफ्रइम राज्य के खण्ड-खण्ड हो जाएंगे, और स्वतंत्र राज्य के रूप में उसका अस्तित्व भी नहीं रहेगा।)
जितना अधिक मैं उसे बुलाता था, वह मेरे सम्मुख से भाग जाता था। वह बअल देवता को पशु-बलि चढ़ाता रहा; वह मूर्तियों के सम्मुख धूप-द्रव्य जलाता रहा।
अब मैं उसके प्रेमियों के सम्मुख उसके तन को उघाड़ूंगा, मेरे हाथ से उसे कोई न छुड़ा सकेगा।
वह नहीं जानती थी कि मैं ही उसको अन्न, अंगूर-रस और तेल देता था। मैंने ही उसके सोना-चांदी की समृद्धि की थी, जिसको उन्होंने बअल देवता के लिए प्रयुक्त किया।
तुम राजा चुनते हो, पर मेरे माध्यम से नहीं। तुम शासक नियुक्त करते हो, पर बिना मेरी जानकारी के। तुम अपने ही विनाश के लिए सोना-चांदी की मूर्तियाँ बनाते हो।
दल-बल सहित एफ्रइम वंशीय पड़ाव की ध्वजा का प्रस्थान हुआ। उनके दल का सेनापति अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा था।
ये ही उन पुरुषों के नाम हैं, जिन्हें मूसा ने कनान देश का भेद लेने के लिए भेजा था। मूसा ने नून के पुत्र होशे का नाम यहोशुअ रखा।
क्योंकि जो अपने आप को बड़ा मानता है, वह छोटा किया जाएगा और जो अपने आप को छोटा मानता है, वह बड़ा किया जाएगा।”
यह बात विचारणीय है कि एक ही मनुष्य द्वारा संसार में पाप का प्रवेश हुआ और पाप द्वारा मृत्यु का। इस प्रकार मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गयी, क्योंकि सब पापी हैं।
क्योंकि मसीह का प्रेम हमें प्रेरित करता रहता है। हम तो यह समझ गये हैं कि जब एक सब के लिए मर गया, तब सभी मर गये हैं।
प्रभु ने यहोशुअ से कहा, ‘आज मैं एक आश्चर्यपूर्ण कार्य करूंगा। उसके कारण तू समस्त इस्राएली समाज के सम्मुख एक महान् पुरुष के रूप में प्रतिष्ठित हो जाएगा। तब उन्हें ज्ञात होगा कि मैं जैसा मूसा के साथ था वैसा ही तेरे साथ भी हूं।
एफ्रइम गोत्र के पुरुषों ने सेना संगठित की। वे यर्दन नदी पार कर सफोन नगर में आए। उन्होंने यिफ्ताह से कहा, ‘जब तुमने अम्मोनियों से युद्ध करने के लिए नदी पार की, तब अपने साथ चलने के लिए हमें क्यों नहीं बुलाया? हम तुम्हें और तुम्हारे घर को आग में जला देंगे।’
एफ्रइम गोत्र के पुरुषों ने गिद्ओन से कहा, ‘आपने हमारे साथ यह कैसा व्यवहार किया? जब आप मिद्यानियों से युद्ध करने गए तब आपने हमें क्यों नहीं बुलाया?’ उन्होंने जोरदार शब्दों में उसकी भत्र्सना की।
शमूएल ने कहा, ‘यद्यपि तुम स्वयं अपनी दृष्टि में छोटे हो, तथापि क्या तुम इस्राएली कुलों के नेता नहीं हो? प्रभु ने तुम्हें इस्राएली लोगों पर राजा अभिषिक्त किया।