चोर-लुटेरे दिन दूनी रात चैगुनी उन्नति करते हैं, और अपने घर में सुख-चैन की बन्सी बजाते हैं; जो अपने आचरण से परमेश्वर को क्रोध दिलाते हैं, वास्तव में वे ही सुरक्षित रहते हैं, उनका ईश्वर उनकी मुट्ठी में रहता है!
हबक्कूक 1:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब वे आंधी की तरह आगे बढ़ जाते हैं। वे लोग दोषी हैं, जो अपने बल को ही अपना ईश्वर समझते हैं।’ पवित्र बाइबल फिर वे दूसरे स्थानों पर युद्ध के लिये उन स्थानों को छोड़ कर ऐसे ही आगे बढ़ जायेंगे जैसे आंधी आती है और आगे बढ़ जाती है। बाबुल के वे लोग बस अपनी शक्ति को ही पूजेंगे।” Hindi Holy Bible तब वे वायु की नाईं चलते और मर्यादा छोड़ कर दोषी ठहरते हैं, क्योंकि उनका बल ही उनका देवता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे वायु के समान चलते और मर्यादा छोड़कर दोषी ठहरते हैं, क्योंकि उनका बल ही उनका देवता है। सरल हिन्दी बाइबल तब वे आंधी की तरह निकल जाते हैं और आगे बढ़ते हैं, वे अपराधी हैं, उनका खुद का बल ही उनका देवता है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे वायु के समान चलते और मर्यादा छोड़कर दोषी ठहरते हैं, क्योंकि उनका बल ही उनका देवता है। |
चोर-लुटेरे दिन दूनी रात चैगुनी उन्नति करते हैं, और अपने घर में सुख-चैन की बन्सी बजाते हैं; जो अपने आचरण से परमेश्वर को क्रोध दिलाते हैं, वास्तव में वे ही सुरक्षित रहते हैं, उनका ईश्वर उनकी मुट्ठी में रहता है!
क्योंकि असीरिया यह कहता है : ‘मैंने अपने भुजबल से, मैंने अपनी बुद्धि से यह सब किया है; क्योंकि मैं बुद्धिमान हूं। मैंने राष्ट्रों की सीमाएँ तोड़ीं, और उनके खजानों को लूटा। जो सिंहासनों पर आसीन थे, उनको मैंने सांड़ की तरह नीचे फेंक दिया।
ओ इस्राएली राष्ट्र, तू मुझ-प्रभु के लिए पवित्र था, फसल का प्रथम फल था। जिस-जिस ने उसको खाया, वह दोषी हो गया, और उस पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा,’ प्रभु की यह वाणी है।
प्रभु यों कहता है, ‘ओ यिर्मयाह, यह कह: युद्ध में मरनेवालों की लाशें ऐसी पड़ी रहेंगी जैसे खेत में खाद का ढेर लगा रहता है, जैसे फसल काटनेवाले के पीछे पूले पड़े रहते हैं! उन लाशों को उठानेवाला नहीं मिलेगा।’
महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्बे हो जाएं।”
पर जब आपके पिता का हृदय अहंकार से भर गया, जब आपके पिता की आत्मा कठोर बन गई और वह घमण्ड में आकर अनुचित कार्य करने लगे, तब परमेश्वर ने उनको उनके राजसिंहासन से उतार दिया और उनसे उनका ऐश्वर्य छीन लिया।
अत: मछुआ अपने जाल के सम्मुख बलि चढ़ाता है। वह महाजाल के सामने धूप जलाता है। जाल और महाजाल के द्वारा ही वह सुख से जीवन बिताता है, घी-चुपड़ी रोटी खाता है।