सभोपदेशक 9:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस छोटे-से नगर में एक गरीब, पर बुद्धिमान मनुष्य था। उसने अपनी बुद्धि से उस नगर को बचाया। फिर भी उस गरीब को सब लोग भूल गए। पवित्र बाइबल उसी नगर में एक बुद्धिमान पुरुष रहता था। वह बहुत निर्धन था। किन्तु उसने उस नगर को बचाने के लिये अपनी बुद्धि का उपयोग किया। जब नगर की विपत्ती टल गयी और सब कुछ समाप्त हो गया तो लोगों ने उस गरीब व्यक्ति को भुला दिया। Hindi Holy Bible परन्तु उस में एक दरिद्र बुद्धिमान पुरूष पाया गया, और उसने उस नगर को अपनी बुद्धि के द्वारा बचाया। तौभी किसी ने उस दरिद्र का स्मरण न रखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु उसमें एक दरिद्र बुद्धिमान पुरुष पाया गया, और उसने उस नगर को अपनी बुद्धि के द्वारा बचाया। तौभी किसी ने उस दरिद्र पुरुष का स्मरण न रखा। नवीन हिंदी बाइबल परंतु उसमें एक दरिद्र बुद्धिमान पुरुष था जिसने उस नगर को अपनी बुद्धि से बचा लिया; फिर भी किसी ने उस दरिद्र को स्मरण न रखा। सरल हिन्दी बाइबल मगर उस नगर के एक साधारण लेकिन बुद्धिमान ने अपनी बुद्धि द्वारा इस नगर को छुड़वा दिया. फिर भी उस सीधे-सादे को किसी ने याद नहीं किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु उसमें एक दरिद्र बुद्धिमान पुरुष पाया गया, और उसने उस नगर को अपनी बुद्धि के द्वारा बचाया। तो भी किसी ने उस दरिद्र पुरुष का स्मरण न रखा। |
तत्पश्चात् स्त्री नगर निवासियों के पास गई। उसने बुद्धिमत्तापूर्वक उन्हें समझाया। अत: उन्होंने बिकरी के पुत्र शेबा का सिर काट लिया, और उसको परकोटा से योआब के पास फेंक दिया। योआब ने नरसिंगा फूँका और सैनिकों ने नगर की घेराबन्दी उठा ली। वे अपने-अपने घर को लौट गए। योआब राजा दाऊद के पास यरूशलेम को लौट गया।
बुद्धिमान सेनापति शुरवीर शत्रुओं के नगर पर भी कब्जा कर लेता है; जिस किले पर उनको भरोसा था, उसको वह खण्डहर बना देता है।
क्योंकि जैसे मूर्ख की स्मृति स्थायी नहीं होती वैसे ही बुद्धिमान की भी स्मृति स्थायी नहीं होती। कुछ ही दिनों में लोग सब भूल जाते हैं। जैसे मूर्ख मरता है वैसे ही बुद्धिमान भी।
बुद्धिमान युवक गरीब होने पर भी ऐसे बूढ़े और मूर्ख राजा से श्रेष्ठ है, जो सलाह नहीं मानता।
तब मैंने दुर्जनों को कबर में गाड़े जाते हुए देखा। वे पवित्र स्थान में आते जाते थे। नगर में जहाँ उन्होंने नाना प्रकार के दुष्कर्म किए थे, उनकी प्रशंसा की जाती थी। यह भी व्यर्थ है।