हामान ने आगे कहा, ‘यहाँ तक कि महारानी एस्तर ने भी अपने द्वारा तैयार किए गए भोज में महाराज के साथ किसी को नहीं बुलाया, सिर्फ मुझको! और कल भी उन्होंने मुझे ही महाराज के साथ निमंत्रित किया है।
सभोपदेशक 8:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मनुष्य यह नहीं जानता है कि क्या होने वाला है, क्योंकि कौन व्यक्ति उसे भविष्य में घटनेवाली बातें बता सकता है? पवित्र बाइबल आगे चलकर क्या होगा, यह निश्चित नहीं होने पर भी उसे वह करना चाहिये। क्योंकि भविष्य में क्या होगा यह तो उसे कोई बता ही नहीं सकता। Hindi Holy Bible वह नहीं जानता कि क्या होने वाला है, और कब होगा? यह उसको कौन बता सकता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह नहीं जानता कि क्या होनेवाला है, और कब होगा? यह उसको कौन बता सकता है? नवीन हिंदी बाइबल जब कोई जानता ही नहीं कि क्या होने वाला है, तो कौन बता सकता है कि वह कब होगा? सरल हिन्दी बाइबल अगर किसी व्यक्ति को यह ही मालूम नहीं है कि क्या होगा, तो कौन उसे बता सकता है कि क्या होगा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह नहीं जानता कि क्या होनेवाला है, और कब होगा? यह उसको कौन बता सकता है? |
हामान ने आगे कहा, ‘यहाँ तक कि महारानी एस्तर ने भी अपने द्वारा तैयार किए गए भोज में महाराज के साथ किसी को नहीं बुलाया, सिर्फ मुझको! और कल भी उन्होंने मुझे ही महाराज के साथ निमंत्रित किया है।
जो मनुष्य बार-बार डांटे जाने पर भी अपना हठ नहीं छोड़ता, उसका अचानक सर्वनाश होगा, और वह फिर नहीं सुधर सकेगा।
मूर्ख मनुष्य एक बात की दो बातें बनाता है, यद्यपि कोई नहीं जानता है कि भविष्य में क्या होनेवाला है; उसे कौन बता सकता है कि उसकी मृत्यु के बाद क्या होगा।
अत: मुझे ज्ञात हुआ कि मनुष्य के लिए इससे अधिक अच्छी बात और कोई नहीं है कि वह आनन्दपूर्वक अपना काम करे, क्योंकि काम करना ही उसकी नियति है। कौन व्यक्ति किसी की मृत्यु के पश्चात् उसको वापस लाकर भविष्य की बातें दिखा सकता है?
मनुष्य अपना क्षणिक जीवन परछाँई के समान व्यतीत करता है; अत: कौन जानता है कि उसके लिए ऐसे जीवन में उत्तम क्या है? मनुष्य को कौन बता सकता है कि उसकी मृत्यु के पश्चात् सूर्य के नीचे धरती पर क्या होगा?
सुख के दिनों में आनन्द मनाओ, किन्तु दु:ख के दिनों में विचार करो, क्योंकि परमेश्वर ने सुख और दु:ख दोनों को बनाया है, ताकि मनुष्य इस बात का भेद न पा सके कि उसकी मृत्यु के बाद क्या होनेवाला है।
मैंने इन सब बातों को जांचा-परखा और मन से गम्भीरतापूर्वक विचार किया। तब मुझे ज्ञात हुआ कि धार्मिक और बुद्धिमान व्यक्ति और उनके सत्कर्मों का फल परमेश्वर के हाथों में है। मनुष्य यह नहीं जानते कि परमेश्वर उनके कार्य से प्रसन्न है अथवा उसे उनके कार्य से घृणा है। अत: उनके सम्मुख सब व्यर्थ है।
मनुष्य अपना समय नहीं जानता। जैसे मछली कुटिल जाल में फंस जाती है, जैसे पक्षी फंदे में फंस जाते हैं, वैसे ही मनुष्य समय-जाल में फंस जाते हैं। यह जाल अचानक उन पर पड़ता है।
इसलिए तुम भी तैयार रहो, क्योंकि जिस घड़ी की तुम कल्पना भी नहीं करते, उसी घड़ी मानव-पुत्र आ जाएगा।
तो उस सेवक का स्वामी ऐसे दिन आएगा, जब वह उसकी प्रतीक्षा नहीं कर रहा होगा और ऐसी घड़ी, जिसे वह नहीं जानता होगा।