अविवेकी मनुष्य घमण्ड के कारण लड़ाई-झगड़े मोल लेता है; पर दूसरों की सलाह माननेवाला मनुष्य निस्सन्देह बुद्धिमान है।
सभोपदेशक 7:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कार्य के आरम्भ से उसका अन्त उत्तम है, अहंकारी पुरुष की अपेक्षा धीरज रखने वाला पुरुष श्रेष्ठ है। पवित्र बाइबल बात को शुरू करने से अच्छा उसका अन्त करना है। उत्तम है नम्रता और धैर्य धीरज के खोने और अंहकार से। Hindi Holy Bible किसी काम के आरम्भ से उसका अन्त उत्तम है; और धीरजवन्त पुरूष गर्वी से उत्तम है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) किसी काम के आरम्भ से उसका अन्त उत्तम है; और धीरजवन्त पुरुष अहंकारी से उत्तम है। नवीन हिंदी बाइबल किसी कार्य के आरंभ से उसका अंत उत्तम है; और मनुष्य का धैर्य उसके अहंकार से उत्तम है। सरल हिन्दी बाइबल किसी काम का अंत उसकी शुरुआत से बेहतर है, और धैर्य बेहतर है. घमण्ड से. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 किसी काम के आरम्भ से उसका अन्त उत्तम है; और धीरजवन्त पुरुष अहंकारी से उत्तम है। |
अविवेकी मनुष्य घमण्ड के कारण लड़ाई-झगड़े मोल लेता है; पर दूसरों की सलाह माननेवाला मनुष्य निस्सन्देह बुद्धिमान है।
जो व्यक्ति विलम्ब से क्रोध करता है वह बड़ा समझदार है; पर तुरन्त क्रुद्ध होनेवाला मनुष्य केवल अपनी मूर्खता को प्रकट करता है।
उग्र स्वभाव का मनुष्य झगड़े की आग को भड़काता है; परन्तु विलम्ब से क्रोध करनेवाला व्यक्ति उसको मधुर वचन से बुझा देता है।
विलम्ब से क्रोध करनेवाला मनुष्य महा योद्धा से श्रेष्ठ है; अपने मन पर संयम रखनेवाला मनुष्य उस विजेता से श्रेष्ठ है जो नगर को जीतता है।
लालची मनुष्य लड़ाई-झगड़ा उभाड़ता है; किन्तु प्रभु पर भरोसा करनेवाला निस्सन्देह धन-सम्पन्न होगा।
नाम की सुगन्ध अनमोल इत्र की सुगन्ध से श्रेष्ठ है। मृत्यु का दिन जन्म के दिन से उत्तम है।
अब्राहम ने उससे कहा, ‘पुत्र, याद करो कि तुम्हें जीवन में सुख-ही-सुख मिला था और लाजर को दु:ख-ही-दु:ख। अब उसे यहाँ सान्त्वना मिल रही है और तुम्हें यंत्रणा।
परन्तु पवित्र आत्मा का फल है : प्रेम, आनन्द, शान्ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,
आप लोगों को धैर्य की आवश्यकता है, जिससे परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के बाद आप को वह मिल जाये, जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर कर चुका है;
हम उन्हें धन्य समझते हैं, जो दृढ़ बने रहे। आप लोगों ने अय्यूब के धैर्य के विषय में सुना है और आप जानते हैं कि प्रभु ने अन्त में उसके साथ कैसा व्यवहार किया; क्योंकि प्रभु दयालु और करुणामय है।
इसलिए आप लोग अपने मन की शक्तियों को कर्म करने के लिए तत्पर करें। आप संयमी बने रहें और उस अनुग्रह की पूरी आशा करें, जो येशु मसीह के प्रकट होने पर आप को प्राप्त होगा।