अब मेरे प्रभु परमेश्वर ने मुझे चारों ओर शान्ति प्रदान की है। मेरा न कोई विरोधी है, और न मुझे किसी आक्रमण की आशंका है।
सभोपदेशक 3:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रेम करने का समय, और घृणा करने का भी समय, युद्ध करने का समय, और शान्ति बनाए रखने का भी समय नियत है। पवित्र बाइबल एक समय होता है प्यार को करने का, और एक समय होता जब घृणा करी जाती है। एक समय होता है करने का लड़ाई, और होता है एक समय मेल का मिलाप का। Hindi Holy Bible प्रेम का समय, और बैर करने का भी समय; लड़ाई का समय, और मेल का भी समय है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) प्रेम करने का समय, और बैर करने का भी समय; लड़ाई का समय, और मेल का भी समय है। नवीन हिंदी बाइबल प्रेम करने का समय, और बैर करने का भी समय; युद्ध का समय, और शांति का भी समय। सरल हिन्दी बाइबल प्रेम का समय और नफरत का समय; युद्ध का समय और शांति का समय. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 प्रेम करने का समय, और बैर करने का भी समय; लड़ाई का समय, और मेल का भी समय है। |
अब मेरे प्रभु परमेश्वर ने मुझे चारों ओर शान्ति प्रदान की है। मेरा न कोई विरोधी है, और न मुझे किसी आक्रमण की आशंका है।
यहोराम ने येहू को देखा। वह उससे बोला, ‘येहू, सब कुशल-मंगल तो है?’ येहू ने उत्तर दिया, ‘जब तक तुम्हारी माता ईजेबेल के द्वारा संचालित पूजा-स्थानों से संबंधित वेश्यालय उपस्थित हैं और देश में इतना जादू-टोना होता है, तब तक कुशल-मंगल का प्रश्न ही नहीं उठता।’
तब द्रष्टा येहू बेन-हनानी उससे भेंट करने को निकला। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, क्या आपको चाहिए था कि आप दुष्कर्मी की सहायता करें? आप प्रभु के प्रेम का तिरस्कार करने वालों से प्रेम करते हैं। महाराज, आपने ठीक नहीं किया। आपके इसी कार्य के कारण प्रभु का क्रोध आप पर भड़का।
मैं अधम बातों को अपने नेत्रों के समक्ष नहीं रखूंगा। मैं पथभ्रष्टों के काम से घृणा करता हूं, मैं दुष्कर्म में लिप्त नहीं हूंगा।
तब प्रभु ने मिस्र-निवासियों का हृदय फेर दिया कि वे उसके निज लोगों से घृणा करें, उसके सेवकों से छल-कपट करें।
हे प्रभु, तुझसे बैर करनेवालों से क्या मैं बैर न करूं? तेरे विरोधियों के प्रति क्या मैं शत्रु-भाव न रखूं?
‘मैं फिर तेरे पास से गुजरा, और तुझ पर दृष्टि की, तो देखा कि तेरी उम्र प्रेम करने के लायक हो गई है। मैंने तेरे शरीर पर अपनी चादर डाल दी, और यों तेरी नग्नता ढांप दी। मैंने सौगन्ध खाकर तुझे वचन दिया, और तेरे साथ विधान स्थापित किया, और इस प्रकार तू मेरी पत्नी बन गई।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
“यदि कोई मेरे पास आता है और अपने माता-पिता, पत्नी, सन्तान, भाई-बहिनों और यहाँ तक कि अपने जीवन से बैर नहीं करता, तो वह मेरा शिष्य नहीं हो सकता।
आप लोगों को उनके प्रेम का ज्ञान प्राप्त होगा, यद्यपि वह ज्ञान से परे है। इस प्रकार आप लोग, परमेश्वर की समस्त पूर्णता तक पहुँच कर, स्वयं परिपूर्ण हो जायेंगे।
पतियो! आप अपनी पत्नी से उसी तरह प्रेम रखें, जिस तरह मसीह ने कलीसिया से प्रेम किया। उन्होंने उसके लिए अपने को अर्पित किया,
जैसा प्रभु मूसा से बोला था, उसके अनुसार यहोशुअ ने समस्त देश पर अधिकार कर लिया। उसने यह देश पैतृक अधिकार के लिए इस्राएली समाज को दे दिया। उसने उसको खण्डों में विभाजित किया, और प्रत्येक कुल को एक-एक खण्ड दे दिया। इस प्रकार युद्ध समाप्त हुआ, और देश को शान्ति मिली।
मैं तुम्हारे आचरण, तुम्हारे परिश्रम और धैर्य से परिचित हूँ। मैं जानता हूँ कि तुम दुष्टों को सह नहीं सकते। जो अपने को प्रेरित कहते हैं, किन्तु हैं नहीं, तुमने उनकी परीक्षा ली है और उन्हें झूठ पाया है।