परन्तु मनुष्य जब मर जाता है, वह निष्क्रिय पड़ा रहता है। अपनी अन्तिम साँस लेने के बाद मनुष्य कहाँ रहता है?
सभोपदेशक 3:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कौन कह सकता है कि मनुष्य के प्राण ऊध्र्वलोक में और पशु के प्राण अधोलोक में जाते हैं? पवित्र बाइबल कौन जानता है कि मनुष्य की आत्मा का क्या होता है? क्या कोइ जानता है कि एक मनुष्य की आत्मा परमेश्वर के पास जाती है जबकि एक पशु की आत्मा नीचे उतरकर धरती में जा समाती है? Hindi Holy Bible क्या मनुष्य का प्राण ऊपर की ओर चढ़ता है और पशुओं का प्राण नीचे की ओर जा कर मिट्टी में मिल जाता है? कौन जानता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या मनुष्यों का प्राण ऊपर की ओर चढ़ता है और पशुओं का प्राण नीचे की ओर जाकर मिट्टी में मिल जाता है? यह कौन जानता है? नवीन हिंदी बाइबल कौन जानता है कि मनुष्यों का प्राण ऊपर की ओर चढ़ता है, और पशुओं का प्राण नीचे की ओर पृथ्वी में समाता है? सरल हिन्दी बाइबल किसे मालूम है कि मनुष्य के प्राण ऊपरी लोक में जाते हैं तथा पशु के प्राण पाताल में?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या मनुष्य का प्राण ऊपर की ओर चढ़ता है और पशुओं का प्राण नीचे की ओर जाकर मिट्टी में मिल जाता है? यह कौन जानता है? |
परन्तु मनुष्य जब मर जाता है, वह निष्क्रिय पड़ा रहता है। अपनी अन्तिम साँस लेने के बाद मनुष्य कहाँ रहता है?
तब मिट्टी मिट्टी में मिल जाएगी, और आत्मा परमेश्वर के पास लौट जाएगी, जिसने उसको प्रदान किया था।
यदि मैं जा कर तुम्हारे लिए स्थान का प्रबन्ध करूँ, तो मैं फिर आऊंगा और तुम्हें अपने यहाँ ले जाऊंगा, जिससे जहाँ मैं हूँ, वहाँ तुम भी रहो।
ताकि वह उस धर्मसेवा तथा प्रेरित-पद का स्थान ग्रहण करे, जिस से पतित हो कर यूदस अपने स्थान को चला गया।”
हम जानते हैं कि जब यह तम्बू, पृथ्वी पर हमारा यह घर, गिरा दिया जायेगा तो हमें परमेश्वर द्वारा निर्मित एक निवास मिलेगा। वह एक ऐसा घर है, जो हाथ का बना हुआ नहीं है और अनन्तकाल तक स्वर्ग में बना रहेगा।
हमें तो परमेश्वर पर पूरा भरोसा है। हम शरीर का घर छोड़ कर प्रभु के यहां बस जाना अधिक पसन्द करते हैं।
प्रभु तुझ को उच्च आसन पर प्रतिष्ठित करेगा, निम्न स्थान पर नहीं। तू क्रमश: ऊंचा ही उठता जाएगा, और नीचे की ओर नहीं आएगा। किन्तु तुझे ये आशिषें तब प्राप्त होंगी जब तू अपने प्रभु परमेश्वर की आज्ञाओं को सुनेगा, जिनका पालन करने, और जिनके अनुसार कार्य करने का आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ,
मैं दोनों ओर खिंचा हुआ हूँ। मैं तो चल देना और मसीह के साथ रहना चाहता हूं। यह निश्चय ही सर्वोत्तम है;