वह तेरी दृष्टि में हमेशा सुन्दर हरिणी, आकर्षक सांभरनी बनी रहे। उसका प्रेम सदा तुझे रसमय बनाए रखे, तू उसके प्रेम में सदा डूबे रहना।
श्रेष्ठगीत 2:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सन्ध्या पवन बहने से पूर्व छाया लम्बी होकर उसके लोप होने के पूर्व, ओ मेरे प्रियतम, मृग की तरह ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों पर तरुण हरिण के सदृश लौट आना। पवित्र बाइबल जब तक दिन नहीं ढलता है और छाया लम्बी नहीं हो जाती है। लौट आ, मेरे प्रिय, कुरंग सा बन अथवा हरिण सा बेतेर के पहाड़ों पर! Hindi Holy Bible जब तक दिन ठण्डा न हो और छाया लम्बी होते होते मिट न जाए, तब तक हे मेरे प्रेमी उस चिकारे वा जवान हरिण के समान बन जो बेतेर के पहाड़ों पर फिरता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब तक दिन ठण्डा न हो और छाया लम्बी होते होते मिट न जाए, तब तक हे मेरे प्रेमी, उस चिकारे या जवान हरिण के समान बन जो बेतेर के पहाड़ों पर फिरता है। सरल हिन्दी बाइबल शाम के आने तक जब छाया मिटने लगती है, मेरे प्रिय, बतेर पहाड़ों पर के हिरण के समान, हां, हिरण के बच्चे के समान लौट आओ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब तक दिन ठंडा न हो और छाया लम्बी होते-होते मिट न जाए, तब तक हे मेरे प्रेमी उस चिकारे या जवान हिरन के समान बन जो बेतेर के पहाड़ों पर फिरता है। |
वह तेरी दृष्टि में हमेशा सुन्दर हरिणी, आकर्षक सांभरनी बनी रहे। उसका प्रेम सदा तुझे रसमय बनाए रखे, तू उसके प्रेम में सदा डूबे रहना।
ओ यरूशलेम की कन्याओ! मैं वन-प्रदेश की हरिणियों और मृगियों की तुम्हें शपथ देती हूं : जब तक प्रेम स्वत: न जाग उठे, तुम उसे न उकसाना, तुम उसे न जगाना।
‘सन्ध्या पवन बहने से पूर्व छाया ढलने तक मैं गन्धरस के पहाड़ पर लोबान की पहाड़ी पर भाग जाऊंगा।
‘ओ मेरे प्रियतम! सुगन्धद्रव्यों के पर्वतों के तरुण मृग की तरह, एक हरिण के सदृश शीघ्र आओ!’
रात प्राय: बीत चुकी है, दिन निकलने को है; इसलिए हम, अन्धकार के कर्मों को त्याग कर, ज्योति के शस्त्र धारण कर लें।
व्यवस्था भावी कल्याण का वास्तविक रूप नहीं, उसकी छाया मात्र दिखाती है। उसके नियमों के अनुसार प्रतिवर्ष बलि ही बलि चढ़ायी जाती है। व्यवस्था उन बलियों के द्वारा आराधकों को सदा के लिए पूर्णता तक पहुँचाने में असमर्थ है।
यद्यपि वे एक ऐसे आराधना-स्थल में आराधना करते हैं जो स्वर्ग की वास्तविकता की प्रतिकृति और छाया मात्र है। यही कारण है कि जब मूसा शिविर का निर्माण करने वाले थे, तो उन्हें परमेश्वर की ओर से यह आदेश मिला, “देखो, जो नमूना तुम्हें पर्वत पर दिखाया गया, उसी के अनुसार तुम सब कुछ बनाना।”
इस घटना द्वारा नबियों की वाणी हमारे लिए और भी विश्वसनीय सिद्ध हुई। इस पर ध्यान देने में आप लोगों का कल्याण है, क्योंकि जब तक पौ नहीं फटती और आपके हृदय में प्रभात का तारा उदित नहीं होता, तब तक नबियों की वाणी अंधेरे में चमकते हुए दीपक के सदृश है।