मिस्र निवासी क्यों यह बात कहें, कि तू उन्हें बुरे उद्देश्य से, पहाड़ों पर उनका वध करने के लिए, धरती की सतह से उन्हें मिटा डालने के लिए मिस्र देश से निकाल लाया था? अतएव अपनी क्रोधाग्नि को शान्त कर, और अपने लोगों की हानि का विचार छोड़ दे।
व्यवस्थाविवरण 9:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ऐसा न हो कि मिस्र देश के निवासी, जहाँ से तूनें इन्हें निकाला है, यह कहें : ‘प्रभु इन्हें उस देश में नहीं पहुंचा सका, जिसके विषय में वह इनसे बोला था। निस्सन्देह प्रभु इनसे घृणा करता है। सच पूछो तो निर्जन प्रदेश में इनका वध करने के लिए उसने इन्हें मिस्र देश से निकाला था।’ पवित्र बाइबल यदि तू अपने लोगों को दण्ड देगा तो मिस्री कह सकते हैं, ‘यहोवा अपने लोगों को उस देश में ले जाने में समर्थ नहीं था जिसमें ले जाने का उसने वचन दिया था और वह उनसे घृणा करता था। इसलिए वह उन्हें मारने के लिए मरुभूमि में ले गया।’ Hindi Holy Bible जिस से ऐसा न हो कि जिस देश से तू हम को निकाल कर ले आया है, वहां से लोग कहने लगें, कि यहोवा उन्हें उस देश में जिसके देश का वचन उन को दिया था नहीं पहुंचा सका, और उन से बैर भी रखता था, इसी कारण उसने उन्हें जंगल में निकाल कर मार डाला है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिस से ऐसा न हो कि जिस देश से तू हम को निकालकर ले आया है, वहाँ के लोग कहने लगें, कि यहोवा उन्हें उस देश में जिसके देने का वचन उनको दिया था नहीं पहुँचा सका, और उनसे बैर भी रखता था, इसी कारण उसने उन्हें जंगल में निकालकर मार डाला है। सरल हिन्दी बाइबल नहीं तो, जिस देश से आपने हमें निकाला है, वे आपका मज़ाक इस प्रकार करेंगे ‘याहवेह इन्हें उस प्रतिज्ञा के देश में ले जाने में असमर्थ हो गया था और उसे लोगों से घृणा हो गई थी, इसलिये उसने निर्जन प्रदेश में ही उनका नाश कर दिया.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिससे ऐसा न हो कि जिस देश से तू हमको निकालकर ले आया है, वहाँ के लोग कहने लगें, कि यहोवा उन्हें उस देश में जिसके देने का वचन उनको दिया था नहीं पहुँचा सका, और उनसे बैर भी रखता था, इसी कारण उसने उन्हें जंगल में लाकर मार डाला है।’ |
मिस्र निवासी क्यों यह बात कहें, कि तू उन्हें बुरे उद्देश्य से, पहाड़ों पर उनका वध करने के लिए, धरती की सतह से उन्हें मिटा डालने के लिए मिस्र देश से निकाल लाया था? अतएव अपनी क्रोधाग्नि को शान्त कर, और अपने लोगों की हानि का विचार छोड़ दे।
किन्तु मैंने अपने नाम के हेतु अपना यह निश्चय त्याग दिया। मैंने अपना क्रोध कार्य-रूप में परिणत नहीं किया, जिससे मेरा नाम उन राष्ट्रों की आंखों में अपवित्र न हो जाए, जिन के मध्य इस्राएली रहते थे। मैंने उन राष्ट्रों की आंखों के सामने इस्राएलियों को मिस्र देश से बाहर निकाला था, और यों मैंने इस्राएलियों पर स्वयं को प्रकट किया था।
“जिस देश को प्रदान करने की प्रभु ने शपथ खाई थी, उसमें वह उन लोगों को न पहुँचा सका; इसलिए उसने उनका निर्जन प्रदेश में वध कर डाला।”
तुमने अपने तम्बुओं में बक-बक की और कहा, “प्रभु हमसे बैर करता है, इसलिए वह हमें मिस्र देश से निकालकर लाया है कि एमोरी जाति के हाथ में हमें सौंप दे, और इस प्रकार हमें नष्ट कर दे।
पर मुझे शत्रुओं की चिढ़ का भय था; ऐसा न हो कि उनके बैरियों को भ्रम हो, और वे यह कहें, “हमने अपने भुजबल से विजय प्राप्त की है। प्रभु ने यह सब नहीं किया।”
अपने सेवक अब्राहम, इसहाक और याकूब को स्मरण कर। इन लोगों के हठ, दुष्टता और पाप पर ध्यान मत दे।
कनानी जाति तथा इस देश में रहने वाली अन्य जातियां हमारी पराजय के विषय में सुनेंगी। वे हमें घेर लेंगी, और पृथ्वी से हमारा नामो-निशान मिटा डालेंगी। तब तू अपने महान नाम के लिए क्या करेगा?’