यह इसलिए हुआ कि वे परमेश्वर पर आशा रखें; और परमेश्वर के कार्यों को न भूलें, किन्तु उसकी आज्ञाओं का पालन करतें रहें;
व्यवस्थाविवरण 4:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो आज्ञाएं मैं तुम्हें सुनाऊंगा, उनमें न एक शब्द बढ़ाना और न उनमें से एक शब्द घटाना; वरन् तुम अपने प्रभु परमेश्वर की उन आज्ञाओं का पालन करना, जो मैं तुम्हें सुनाऊंगा। पवित्र बाइबल जो मैं आदेश देता हूँ उसमें और कुछ जोड़ना नहीं। तुम्हें उसमें से कुछ घटाना भी नहीं चाहिए। तुम्हें अपने यहोवा परमेश्वर के उन आदेशों का पालन करना चाहिए जिन्हें मैंने तुम्हें दिये हैं। Hindi Holy Bible जो आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूं उस में न तो कुछ बढ़ाना, और न कुछ घटाना; तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की जो जो आज्ञा मैं तुम्हें सुनाता हूं उन्हें तुम मानना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूँ उसमें न तो कुछ बढ़ाना, और न कुछ घटाना; तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की जो जो आज्ञा मैं तुम्हें सुनाता हूँ उन्हें तुम मानना। सरल हिन्दी बाइबल तुम मेरी बातों में, जिसका आदेश मैं तुम्हें आज दे रहा हूं, न तो कुछ जोड़ोगे और न ही घटाओगे, कि तुम याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर के आदेशों का पालन कर सको, जो मैंने भेज रखा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूँ उसमें न तो कुछ बढ़ाना, और न कुछ घटाना; तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की जो-जो आज्ञा मैं तुम्हें सुनाता हूँ उन्हें तुम मानना (प्रका. 22:18) |
यह इसलिए हुआ कि वे परमेश्वर पर आशा रखें; और परमेश्वर के कार्यों को न भूलें, किन्तु उसकी आज्ञाओं का पालन करतें रहें;
परमेश्वर के वचनों में घट-बढ़ मत करो; अन्यथा वह तुम को प्रताड़ित करेगा, और तुम झूठे कहलाओगे।
जो कुछ तुमने सुना, उसका सार यह है : तुम परमेश्वर पर श्रद्धा रखो, और उसकी आज्ञाओं का पालन करो; क्योंकि मनुष्य का सम्पूर्ण धर्म यही है।
‘प्रभु यों कहता है: जा, प्रभु-गृह के आंगन में खड़ा हो और मेरे भवन में यहूदा प्रदेश के नगरों से आनेवाले आराधकों से यह कह। मैं तुझसे जो बातें कहूंगा, वह सब उन से कहना, एक शब्द भी उन से मत छिपाना।
मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ − आकाश और पृथ्वी भले ही टल जाएँ, किन्तु व्यवस्था की एक मात्रा अथवा एक बिन्दु भी पूरा हुए बिना नहीं टलेगा।
भाइयो और बहिनो! मैं आप लोगों को साधारण जीवन का उदाहरण दे रहा हूँ। किसी मनुष्य का प्रामाणिक वसीयतनामा न तो कोई रद्द कर सकता और न उसमें कुछ जोड़ सकता है।
जो बातें इस्राएली समाज से कहने की आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, उसके अनुसार मूसा ने वे बातें उनसे चालीसवें वर्ष के ग्यारहवें महीने के पहले दिन कहीं।
‘जिन बातों का आदेश मैं तुम्हें देता हूँ, उन सब का तुम पालन करना; उनके अनुसार कार्य करना। तुम उनमें न कुछ जोड़ना, और न उनमें से कुछ घटाना।
‘यदि तेरे मध्य में किसी नबी अथवा स्वप्न-द्रष्टा का जन्म हो, वह तुझे चिह्न अथवा आश्चर्यपूर्ण कार्य दिखाए
प्रभु ने उस समय मुझे आज्ञा दी थी कि मैं तुम्हें संविधि और न्याय-सिद्धान्त सिखाऊं, जिससे तुम उनके अनुसार उस देश में आचरण कर सको जिसको तुम अपने अधिकार में करने के लिए वहां प्रवेश कर रहे हो।
इसलिए तू उसकी संविधियों और आज्ञाओं का पालन करना, जिनका आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूं, जिससे तेरा और तेरे पश्चात् तेरी सन्तान का भला हो, और तू उस देश में दीर्घ जीवन व्यतीत करे, जिसको तेरा प्रभु परमेश्वर सदा के लिए तुझे प्रदान कर रहा है।’
देखो, जैसा मेरे प्रभु परमेश्वर ने मुझे आज्ञा दी थी, उसके अनुसार मैंने तुम्हें संविधि और न्याय-सिद्धान्त सिखाए हैं जिससे तुम उनका उस देश में पालन कर सको, जिसको अपने अधिकार में करने के लिए वहां प्रवेश कर रहे हो।
भला होता कि उनका हृदय सदा ऐसा ही रहता। वे मुझसे डरते और मेरी भक्ति करते। वे मेरी सब आज्ञाओं का पालन करते, जिससे उनका और उनकी सन्तान का सदा भला होता!
तुम उनका पालन करना, और उनके अनुसार कार्य करना; जैसी तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हें आज्ञा दी है। तुम न दाहिनी ओर मुड़ना और न बायीं ओर।
तू साहसी और शक्तिशाली बन! जिस व्यवस्था का आदेश मेरे सेवक मूसा ने तुझे दिया है, उसका पालन कर और उसके अनुसार कार्य कर। उस व्यवस्था से न दाहिनी ओर मुड़ना, और न बायीं ओर। तब तू जहाँ-जहाँ जाएगा, वहाँ-वहाँ सफल होगा।
यहोशुअ ने मूसा के सब आदेश इस्राएली सभा के सम्मुख, स्त्रियों, बच्चों और इस्राएली समाज के मध्य रहने वाले प्रवासियों के सम्मुख उच्च स्वर में पढ़कर सुना दिए। मूसा का एक भी शब्द अपठित नहीं रहा।