‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे, अथवा महामारी या रोग का उन पर हमला होगा,
व्यवस्थाविवरण 28:38 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू खेत में बहुत बीज बोएगा, किन्तु थोड़ी फसल ही एकत्र कर पाएगा, क्योंकि टिड्डियाँ उसको चट कर जाएंगी। पवित्र बाइबल “तुम अपने खेतों में बोने के लिये आवश्यकता से बहुत अधिक बीज ले जाओगे। किन्तु तुम्हारी उपज कम होगी। क्यों? क्योंकि टिड्डयाँ तुम्हारी फसलें खा जाएंगी। Hindi Holy Bible तू खेत में बीज तो बहुत सा ले जाएगा, परन्तु उपज थोड़ी ही बटोरेगा; क्योंकि टिड्डियां उसे खा जाएंगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू खेत में बीज तो बहुत सा ले जाएगा, परन्तु उपज थोड़ी ही बटोरेगा; क्योंकि टिड्डियाँ उसे खा जाएँगी। सरल हिन्दी बाइबल तुम विपुल बीज बोओगे, मगर फसल काटने के अवसर पर तुम बहुत अल्प एकत्र कर सकोगे, क्योंकि टिड्डियां इसे चट कर जाएंगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तू खेत में बीज तो बहुत सा ले जाएगा, परन्तु उपज थोड़ी ही बटोरेगा; क्योंकि टिड्डियाँ उसे खा जाएँगी। |
‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे, अथवा महामारी या रोग का उन पर हमला होगा,
अंगूर-उद्यान की दस बीघा भूमि पर केवल एक बीघा भूमि की फसल होगी; दस किलो बीज से केवल एक किलो अन्न उपजेगा।
उन्होंने बोया था गेहूं, पर काटे कांटे। उन्होंने खून-पसीना बहाया, किन्तु हाथ कुछ न आया। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि के कारण वे अपनी फसल के लिए लज्जित होंगे।’
जो कुतरनेवाली टिड्डी से बचा उसको उड़नेवाली टिड्डी ने खा लिया। जो उड़नेवाली टिड्डी से बचा उसे फुदकनेवाली टिड्डी खा गई। जो फुदकनेवाली टिड्डी से बचा उसको छीलनेवाली टिड्डी ने खा लिया।
मेरी विशाल टिड्डी-सेना ने, जो मैंने तुम्हारे मध्य भेजी थी, उड़नेवाली, फुदकनेवाली, छीलनेवाली और कुतरनेवाली टिड्डियों ने जितनी फसल खाई थी, उसका दुगुना मैं तुम्हें दूंगा।
सेना का अग्रिम दस्ता आग है, और पश्च दस्ता ज्वाला! उसके आने के पूर्व अदन-वाटिका के सदृश देश हरा-भरा था; उसके जाने के बाद वह निर्जन, उजाड़ हो गया। टिड्डियों ने कुछ भी नहीं छोड़ा।
‘मैंने तुम्हारे खेतों को पाले और गेरुए कीड़े से मारा, तुम्हारे उद्यान, अंगूर-उद्यान उजाड़ दिए, तुम्हारे अंजीर और जैतून के वृक्ष टिड्डियाँ चाट गईं। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
तू बोएगा पर फसल काट नहीं पाएगा। तू जैतून का तेल निकालेगा, पर उसको सिर पर नहीं लगा पाएगा। तू अंगूर से रस निकालेगा, पर उसको पी नहीं पाएगा।
तुमने बहुत बोया, पर काटा थोड़ा। तुम खाते हो, पर तृप्त नहीं होते। पानी पीते हो, पर प्यास नहीं बुझती। तुम कपड़े पहिनते हो, पर उससे तुम्हारी ठण्ड दूर नहीं होती। मजदूर कमाता है, पर अपनी कमाई को ऐसी थैली में रखता है, जिसमें छेद है।’
तुमने फसल अधिक पाने की आशा की थी, पर वह तुम्हें मिली थोड़ी। जब तुम फसल घर में लाए तब मैंने उसे फूंक दिया। क्यों? सुनो, मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु तुमसे यह कह रहा हूं: मैंने अपने भवन के कारण यह किया है। मेरा भवन ध्वस्त पड़ा है, और तुम सब अपना-अपना घर बनाने में व्यस्त हो।
देखो, मैं तुम्हारी संतान को ताड़ित करूंगा। तुम्हारे मुंह पर तुम्हारे बलि-पशुओं की अंतड़ियां फेंकूंगा। मैं अपने सम्मुख से तुम्हें निकाल दूंगा।