व्यवस्थाविवरण 19:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (उदाहरण के लिए, वह अपने भाई-बन्धु के साथ लकड़ी काटने के लिए जंगल जाता है। वह पेड़ काटने के लिए अपने हाथ से कुल्हाड़ी चलाता है। तब कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर उसके पड़ोसी को लग जाती है और वह मर जाता है।) तो वह इन नगरों में से किसी एक नगर में भाग कर शरण ले सकता है, और अपने प्राण बचा सकता है। पवित्र बाइबल एक उदाहरण हैः कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति के साथ जंगल में लकड़ी काटने जाता है। उस में से एक व्यक्ति लकड़ी काटने के लिए कुल्हाड़ी को एक पेड़ पर चलाता है, किन्तु कुल्हाड़ी दस्ते से निकल जाती है। कुल्हाड़ी दूसरे व्यक्ति को लग जाती है और उसे मार डालती है। वह व्यक्ति, जिसने कुल्हाड़ी चलाई, उन नगरों में भाग सकता है और अपने को सुरक्षित कर सकता है। Hindi Holy Bible जैसे कोई किसी के संग लकड़ी काटने को जंगल में जाए, और वृक्ष काटने को कुल्हाड़ी हाथ से उठाए, और कुल्हाड़ी बेंट से निकल कर उस भाई को ऐसी लगे कि वह मर जाए तो वह उस नगरों में से किसी में भाग कर जीवित रहे; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जैसे कोई किसी के संग लकड़ी काटने को जंगल में जाए, और वृक्ष काटने को कुल्हाड़ी हाथ से उठाए, और कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर उस भाई को ऐसी लगे कि वह मर जाए—तो वह उन नगरों में से किसी में भागकर जीवित रहे; सरल हिन्दी बाइबल उदाहरणार्थ, जब कोई व्यक्ति अपने साथी के साथ कुल्हाड़ी ले वन में लकड़ी काटने गया हो, वह लकड़ी काटने के लिए कुल्हाड़ी का वार करता है और उसी समय कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर उस साथी को जा लगती है, और उसकी मृत्यु हो जाती है, वह व्यक्ति पलायन कर इनमें से किसी एक नगर को चला जाए, कि उसके प्राण सुरक्षित रह सकें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जैसे कोई किसी के संग लकड़ी काटने को जंगल में जाए, और वृक्ष काटने को कुल्हाड़ी हाथ से उठाए, और कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर उस भाई को ऐसी लगे कि वह मर जाए तो वह उन नगरों में से किसी में भागकर जीवित रहे; |
चतुर मनुष्य खतरे को देखकर स्वयं को छिपा लेता है; पर भोला मनुष्य खतरे के मुंह में चला जाता है, और कष्ट भोगता है।
राजा और प्रशासक जनता के लिए मानो आंधी से छिपने का आश्रय-स्थल तूफान से बचने का आड़-स्थल होंगे। वे मानो निर्जल प्रदेश में जल के झरने उत्तप्त भूमि में विशाल चट्टान की छाया होंगे।
मंडली रक्त-प्रतिशोधी के हाथ से हत्यारे को मुक्त करेगी। मंडली उसे उस शरण-नगर वापस भेज देगी, जहाँ वह भाग गया था। वह तब तक उसमें निवास करेगा, जब तक महापुरोहित की मृत्यु न हो जाए, जिसका पवित्र तेल से अभ्यंजन किया गया है।
इस विधि से हत्यारा वहां भाग कर अपने प्राण बचा सकता है : ‘यदि कोई व्यक्ति बिना अभिप्राय के अपने पड़ोसी की हत्या करता है, जिस के प्रति पहले उसकी शत्रुता नहीं थी,
ऐसा न हो कि रक्त-प्रतिशोधी क्रोधाग्नि में जलता हुआ हत्यारे का पीछा करे, और सड़क की लम्बाई के कारण उसको पकड़ ले, और उस पर प्राणघातक प्रहार करे, यद्यपि वह न्याय की दृष्टि से मृत्यु-दण्ड के योग्य नहीं है, क्योंकि उसके पड़ोसी के प्रति पहले उसकी शत्रुता नहीं थी।