ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




व्यवस्थाविवरण 11:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

यदि तुम अपने प्रभु परमेश्‍वर की आज्ञाओं को सुनोगे, जिनका आदेश आज मैं तुम्‍हें दे रहा हूँ, तो परमेश्‍वर से तुम्‍हें आशिष प्राप्‍त होगी।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

तुम आशीर्वाद पाओगे, यदि तुम योहवा अपने परमेश्वर के उन आदेशों पर ध्यान दोगे और उनका पालन करोगे।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

अर्थात यदि तुम अपने परमेश्वर यहोवा की इन आज्ञाओं को जो मैं आज तुम्हे सुनाता हूं मानो, तो तुम पर आशीष होगी,

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

अर्थात् यदि तुम अपने परमेश्‍वर यहोवा की इन आज्ञाओं को जो मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ मानो, तो तुम पर आशीष होगी,

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

आशीर्वाद उस स्थिति में, जब तुम याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर के आदेशों का पालन करोगे, जिनका आदेश आज मैं तुम्हें दे रहा हूं;

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

अर्थात् यदि तुम अपने परमेश्वर यहोवा की इन आज्ञाओं को जो मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ मानो, तो तुम पर आशीष होगी,

अध्याय देखें



व्यवस्थाविवरण 11:27
14 क्रॉस रेफरेंस  

इनके द्वारा तेरा सेवक सावधान भी किया जाता है; इनका पालन करना बहुत लाभप्रद है।


यदि तुम इच्‍छुक हो, और आज्ञापालन के लिए तत्‍पर हो, तो तुम भूमि का सर्वोत्तम फल खाओगे।


धार्मिक व्यक्‍तियों से यह कहो, ‘चिन्‍ता मत करो, तुम्‍हारा भला होगा, तुम अपने परिश्रम का फल खाओगे।’


मैंने यह विधान तुम्‍हारे पूर्वजों को उस समय सुनाया था, जब मैंने उनको मिस्र देश की गुलामी से, लोहे की भट्टी से बाहर निकाला था, और उन से यह कहा था, “जो मैं तुम से कहता हूं, यदि उस को तुम मानोगे, मेरी प्रत्‍येक आज्ञा का पालन करोगे, तो तुम मेरे निज लोग कहलाओगे, और मैं तुम्‍हारा परमेश्‍वर होऊंगा।”


परन्‍तु येशु ने कहा, “किन्‍तु वे कहीं अधिक धन्‍य हैं, जो परमेश्‍वर का वचन सुनते और उसका पालन करते हैं।”


यदि तुम ये बातें जानते हो और इनके अनुसार आचरण करते हो तो तुम धन्‍य हो।


जो लोग धैर्यपूर्वक भलाई करते हुए महिमा, सम्‍मान और अमरत्‍व की खोज में लगे रहते हैं, परमेश्‍वर उन्‍हें शाश्‍वत जीवन प्रदान करेगा;


किन्‍तु जो व्यक्‍ति उस व्‍यवस्‍था को, जो पूर्ण है और हमें स्‍वतन्‍त्रता प्रदान करती है, ध्‍यान से देखता और उसका पालन करता रहता है, वह उस श्रोता के सदृश नहीं, जो तुरन्‍त भूल जाता है, बल्‍कि वह कर्ता बन जाता और उस व्‍यवस्‍था को अपने जीवन में चरितार्थ करता है। वह अपने आचरण के कारण धन्‍य होगा।


धन्‍य हैं वे, जो अपने आचरण-रूपी वस्‍त्र धोते हैं; वे जीवन-वृक्ष के अधिकारी होंगे और फाटकों से हो कर नगर में प्रवेश करेंगे।