तुम कुम्हार के पात्र के सदृश निर्दयता से पटक कर चकनाचूर किए जाओगे; जैसे उसके टुकड़ों में एक भी ठीकरी नहीं मिलती, जिससे चूल्हे में से आग निकाली जा सके, या कुण्ड में से पानी निकाला जा सके, वैसे ही विनाश के बाद तुम्हारा पता नहीं चलेगा।”
विलापगीत 4:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सियोन के श्रेष्ठ पुत्र, जो शुद्ध सोने के तुल्य थे; वे कुम्हार के बनाए गए मिट्टी के बर्तन के समान तुच्छ माने गए! पवित्र बाइबल सिय्योन के निवासी बहुत मूल्यवान थे, जिनका मूल्य सोने की तोल में तुलना था। किन्तु अब उनके साथ शत्रु ऐसे बर्ताव करते हैं जैसे वे मिट्टी के पुराने घड़े हों। शत्रु उनके साथ ऐसा बर्ताव करता है जैसे वे कुम्हार के बनाये मिट्टी के पात्र हों। Hindi Holy Bible सिय्योन के उत्तम पुत्र जो कुन्दन के तुल्य थे, वे कुम्हार के बनाए हुए मिट्टी के घड़ों के समान कैसे तुच्छ गिने गए हैं! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सिय्योन के उत्तम पुत्र जो कुन्दन के तुल्य थे, वे कुम्हार के बनाए हुए मिट्टी के घड़ों के समान कैसे तुच्छ गिने गए हैं! सरल हिन्दी बाइबल ज़ियोन के वे उत्कृष्ट पुत्र, जिनका मूल्य उत्कृष्ट स्वर्ण के तुल्य है, अब मिट्टी के पात्रों-सदृश कुम्हार की हस्तकृति माने जा रहे हैं! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सिय्योन के उत्तम पुत्र जो कुन्दन के तुल्य थे, वे कुम्हार के बनाए हुए मिट्टी के घड़ों के समान कैसे तुच्छ गिने गए हैं! |
तुम कुम्हार के पात्र के सदृश निर्दयता से पटक कर चकनाचूर किए जाओगे; जैसे उसके टुकड़ों में एक भी ठीकरी नहीं मिलती, जिससे चूल्हे में से आग निकाली जा सके, या कुण्ड में से पानी निकाला जा सके, वैसे ही विनाश के बाद तुम्हारा पता नहीं चलेगा।”
जिन पुत्रों को तूने जन्म दिया, उनमें एक भी ऐसा पुत्र नहीं निकला जो तुझे सम्भाल सके। जिन पुत्रों को तूने पाला-पोसा उनमें एक भी ऐसा पुत्र नहीं हुआ जो तेरा हाथ थाम सके!
तब प्रभु ने यिर्मयाह से कहा, ‘जा और कुम्हार से एक सुराही खरीद। तब जनता के कुछ धर्मवृद्ध और कुछ अनुभवी पुरोहितों को अपने साथ ले,
और उनसे कहना, “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: इसी प्रकार मैं इन लोगों को और इस नगर को ऐसा तोड़ूंगा जैसे मिट्टी की सुराही को तोड़ा जाता है। जैसे टूटी हुई सुराही फिर नहीं जुड़ती वैसे ही ये लोग और यह नगर फिर नहीं बसेगा। कब्रिस्तान में गाड़ने के लिए जगह नहीं होगी, इसलिए लोगों के शव तोपेत गाह में गाड़े जाएंगे।
लोग कहते हैं, ‘क्या कोन्याह टूटा-फूटा, उपेिक्षत पात्र है? क्या वह तुच्छ बर्तन है जिस की कोई चिन्ता नहीं करता? तब वह और उसके बच्चे अज्ञात देश में क्यों फेंक दिए गए, उनको क्यों त्याग दिया गया?’
‘सड़कों की धूल में वृद्धों और बच्चों के शव पड़े हैं। मेरे युवक और युवतियाँ तलवार से मौत के घाट उतार दिए गए। प्रभु, तूने अपने प्रकोप-दिवस पर उनका वध कर दिया; तूने निर्दयतापूर्वक उनको मार डाला।
शत्रुओं ने हमारे अधिकारियों को उनके हाथ बांधकर लटका दिया; धर्मवृद्धों का अनादर किया गया।
ओ यहूदा, मैंने अपना धनुष ताना है। ओ एफ्रइम, मैंने अपने धनुष पर तीर रखा है। ओ सियोन, मैंने तेरे पुत्रों को यूनान के विरुद्ध युद्ध के लिए उभाड़ा है। मैं तुझे महायोद्धा की तलवार बनाऊंगा।’
यह अमूल्य निधि हममें-मिट्टी के पात्रों में रखी रहती है, जिससे यह स्पष्ट हो जाये कि यह अलौकिक सामर्थ्य हमारा अपना नहीं, बल्कि परमेश्वर का है।
किसी भी बड़े घर में न केवल सोने और चांदी के, बल्कि लकड़ी और मिट्टी के भी पात्र पाये जाते हैं। कुछ पात्र ऊंचे प्रयोजन के लिए हैं और कुछ साधरण प्रयोजन के लिए।