परमेश्वर को अर्पित स्वेच्छा-बलि का प्रबन्ध करनेवाला अधिकारी कोरे बेन-यिम्नाह था। वह लेवीय उप-पुरोहित था, और पूर्वी दरवाजे का द्वारपाल था। वह प्रभु के लिए सुरक्षित भेंट तथा परम पवित्र भेंट बांटता था।
लैव्यव्यवस्था 27:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘अर्पित की हुई कोई भी वस्तु, जिसे तुम मुझ-प्रभु को पूर्णत: अर्पित करते हो, चाहे वह मनुष्य हो, पशु हो, अथवा पैतृक खेत हो, बेची नहीं जाएगी और न मूल्य देकर मुक्त की जाएगी। प्रत्येक पूर्ण-समर्पित वस्तु मुझ-प्रभु के लिए परम पवित्र है। पवित्र बाइबल “एक विशेष प्रकार की भेंट है जिसे लोग योहवा को चढ़ाते हैं। वह भेंट पूरी तरह यहोवा की है। वह भेंट न तो वापस खरीदी जा सकती है न ही बेची जा सकती है। वह भेंट यहोवा की है। उस प्रकार की भेटें ऐसे लोग, जानवर और खेत हैं, जो परिवार की सम्पत्ति है। Hindi Holy Bible परन्तु अपनी सारी वस्तुओं में से जो कुछ कोई यहोवा के लिये अर्पण करे, चाहे मनुष्य हो चाहे पशु, चाहे उसकी निज भूमि का खेत हो, ऐसी कोई अर्पण की हुई वस्तु न तो बेची जाए और न छुड़ाई जाए; जो कुछ अर्पण किया जाए वह यहोवा के लिये परमपवित्र ठहरे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “परन्तु अपनी सारी वस्तुओं में से जो कुछ कोई यहोवा के लिये अर्पण करे, चाहे मनुष्य हो चाहे पशु, चाहे उसकी निज भूमि का खेत हो, ऐसी कोई अर्पण की हुई वस्तु न तो बेची जाए और न छुड़ाई जाए; जो कुछ अर्पण किया जाए वह यहोवा के लिये परमपवित्र ठहरे।* नवीन हिंदी बाइबल “यदि कोई व्यक्ति अपनी सब वस्तुओं में से जो कुछ यहोवा के लिए पूरी तरह से अलग करे, फिर चाहे वह मनुष्य हो या पशु, या उसकी निज भूमि का खेत हो, तो उसे न बेचा जाए और न ही छुड़ाया जाए। पूरी तरह से अलग की गई प्रत्येक वस्तु यहोवा के लिए परमपवित्र है। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘परंतु यदि कोई व्यक्ति अपनी सारी संपत्ति में से, जो कुछ भी याहवेह के लिए अलग करता है—मनुष्य, पशु या पैतृक संपत्ति में से खेत; उसको न तो बेचा जाए और न ही उसको छुड़ाया जाए. जो कुछ याहवेह को पूरी तरह से समर्पित है, वह याहवेह के लिए परम पवित्र है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “परन्तु अपनी सारी वस्तुओं में से जो कुछ कोई यहोवा के लिये अर्पण करे, चाहे मनुष्य हो चाहे पशु, चाहे उसकी निज भूमि का खेत हो, ऐसी कोई अर्पण की हुई वस्तु न तो बेची जाए और न छुड़ाई जाए; जो कुछ अर्पण किया जाए वह यहोवा के लिये परमपवित्र ठहरे। |
परमेश्वर को अर्पित स्वेच्छा-बलि का प्रबन्ध करनेवाला अधिकारी कोरे बेन-यिम्नाह था। वह लेवीय उप-पुरोहित था, और पूर्वी दरवाजे का द्वारपाल था। वह प्रभु के लिए सुरक्षित भेंट तथा परम पवित्र भेंट बांटता था।
‘एक ही प्रभु के अतिरिक्त देवताओं के लिए बलि चढ़ानेवाला व्यक्ति पूर्णत: नष्ट किया जाएगा।
जो अन्नबलि, पापबलि, और दोषबलि मुझे चढ़ाई जाएगी, वे उसको खाएंगे। जो भी वस्तु इस्राएल देश में संकल्प मानकर मुझको अर्पित की जाएगी, वह उनको प्राप्त होगी।
वे अपनी इस भूमि का कोई अंश न तो बेचेंगे, और न दूसरी भूमि से अदला-बदली करेंगे। वे देश के इस पवित्र भाग को किसी दूसरे के अधिकार में नहीं देंगे; क्योंकि यह प्रभु को अर्पित है।
जब जुबली वर्ष में खेत मुक्त किया जाएगा, तब वह पूर्ण-समर्पित खेत के सदृश प्रभु के लिए पवित्र माना जाएगा। उस पर पुरोहित का अधिकार होगा।
यदि वह अशुद्ध पशु है तो मन्नत माननेवाला व्यक्ति तुम्हारे मूल्यांकन के अनुसार उसको छुड़ा लेगा, पर मूल्यांकन का पांचवां भाग उसमें जोड़ेगा। यदि मूल्य देकर पशु मुक्त नहीं किया जाएगा तो वह तुम्हारे मूल्यांकन के अनुसार बेचा जाएगा।
कोई भी पूर्ण-समर्पित व्यक्ति जिसे मनुष्यों में से पूर्णत: नष्ट किया जाना चाहिए, छुड़ाया नहीं जाएगा, वरन् उसका वध किया जाएगा।
“तब राजा अपनी बायीं ओर के लोगों से कहेगा, ‘शापित लोगो! मुझ से दूर हो और उस अनन्त आग में जा पड़ो, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है;
मैं तो यहां तक चाहता हूँ कि अपने उन भाई-बहिनों के कल्याण के लिए, जो शरीर के नाते मेरे सजातीय हैं, स्वयं ही शापग्रस्त हो जाऊं और मसीह से अलग हो जाऊं।
परन्तु जो व्यवस्था के कर्मकाण्ड पर निर्भर रहते हैं, वे शाप के अधीन हैं; क्योंकि लिखा है: “जो व्यक्ति व्यवस्था-ग्रन्थ में लिखी हुई सभी बातों का पालन नहीं करता रहता है, वह शापित है।”
मसीह हमारे लिए शापित हुये और इस तरह उन्होंने हम को व्यवस्था के अभिशाप से मुक्त किया; क्योंकि लिखा है: “जो कोई काठ पर लटकाया जाता है, वह शापित है।”
इसलिए जब तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हारे चारों ओर के शत्रुओं से छुड़ाकर तुम्हें उस देश में शान्ति-चैन देगा, जो वह पैतृक-अधिकार के लिए तुम्हें प्रदान कर रहा है, तब तुम आकाश के नीचे से अमालेकी जाति की स्मृति मिटा डालना। तुम यह बात मत भूलना!
तू अपने घर में कोई भी घृणित मूर्ति नहीं लाएगा, अन्यथा तू भी उसके समान निषिद्ध बनेगा। तू उसको पूर्णत: अशुद्ध और घृणित वस्तु समझना; क्योंकि वह निषिद्ध वस्तु है।
उस समय यहोशुअ ने इस्राएली लोगों को यह शपथ दी : ‘जो व्यक्ति इस यरीहो नगर का पुन: निर्माण करने का प्रयत्न करेगा, उसको प्रभु श्राप देगा। वह अपने ज्येष्ठ पुत्र की लाश पर नगर की नींव रखेगा, वह अपने कनिष्ठ पुत्र की लाश पर नगर के प्रवेश-द्वार खड़े करेगा।’
सर्वनाश के इस युद्ध में लूटी गई वस्तु केवल प्रभु को अर्पित करनी थी। इस नियम को इस्रालियों ने उद्दण्डतापूर्वक भंग किया। यहूदा कुल का आकन नामक एक मनुष्य था। वह जेरह वंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था। उसने प्रभु को अर्पित की जाने वाली युद्ध की लूट में से कुछ वस्तुएं ले लीं। अत: प्रभु का कोध इस्राएलियों के प्रति भड़क उठा।
यहोशुअ ने आकन से कहा, ‘तूने हमें संकट में क्यों डाला था? आज प्रभु भी तुझे संकट में डालेगा।’ तब सब इस्राएलियों ने उसे पत्थरों से मार डाला। उन्होंने उसके परिवार के सदस्यों को पत्थरों से मार डाला और उसकी सम्पत्ति में आग लगा दी।
तुम्हें यह कार्य करना होगा : तुम प्रत्येक पुरुष को, तथा उस स्त्री को जो पुरुष के साथ सहवास कर चुकी है, पूर्णत: नष्ट कर देना; किन्तु कन्याओं को जीवित छोड़ देना। उन्होंने ऐसा ही किया।
हम अपनी पुत्रियों का विवाह उनके साथ नहीं कर सकते हैं।’ इस्राएलियों ने यह शपथ खाई थी, ‘अपनी पुत्री का विवाह बिन्यामिनी पुरुष के साथ करनेवाला व्यक्ति अभिशप्त है!’
उन्होंने पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल यहाँ प्रभु के पास धर्मसभा में नहीं आया है?’ अभिशाप की यह महाशपथ घोषित की गई थी कि जो कुल प्रभु के पास मिस्पाह में नहीं आएगा, उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
प्रभु ने तुम्हें एक विशेष कार्य करने के लिए भेजा था। उसने कहा था, “जा, और पापी अमालेकियों को पूर्णत: नष्ट कर दे! उनसे युद्ध करता रह, जब तक वे समाप्त नहीं हो जाते!”
अब, जा और अमालेकी जाति को नष्ट कर दे। उसकी समस्त माल-सम्पत्ति निषिद्ध समझकर पूर्णत: नष्ट कर देना। स्त्री-पुरुष, बाल-वृद्ध, दूध पीने वाले बच्चे, गाय-बैल, भेड़-बकरी, ऊंट-गधे, इन सब का वध कर देना। इनमें से किसी को जीवित मत रहने देना।’