‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे, अथवा महामारी या रोग का उन पर हमला होगा,
लैव्यव्यवस्था 26:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो मैं तुम्हारे साथ यह व्यवहार करूंगा : तुम पर आतंक ढाहूंगा, तुम्हें क्षय रोग और ऐसे ज्वर से पीड़ित करूंगा जिसके कारण आंखें धंस जातीं और प्राण मुरझा जाते हैं। तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा; क्योंकि तुम्हारे शत्रु ही उनको खाएंगे। पवित्र बाइबल यदि तुम ऐसा करते हो तो मैं ऐसा करूँगा कि तुम्हारा भयंकर अनिष्ट होगा। मैं तुमको असाध्य रोग और तीव्र ज्वर लगाऊँगा वे तुम्हारी आँखे कठर करेंगे और तुम्हारा जीवन ले लेंगे। जब तुम अपने बीज बोओगे तो तुम्हें सफलता नहीं मिलेगी। तुम्हारी पैदावार तुम्हारे शुत्र खाएंगे। Hindi Holy Bible तो मैं तुम से यह करूंगा; अर्थात मैं तुम को बेचैन करूंगा, और क्षयरोग और ज्वर से पीड़ित करूंगा, और इनके कारण तुम्हारी आंखे धुंधली हो जाएंगी, और तुम्हारा मन अति उदास होगा। और तुम्हारा बीच बोना व्यर्थ होगा, क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा लेंगे; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो मैं तुम से यह करूँगा; अर्थात् मैं तुम को बेचैन करूँगा, और क्षयरोग और ज्वर से पीड़ित करूँगा, और इनके कारण तुम्हारी आँखें धुंधली हो जाएँगी, और तुम्हारा मन अति उदास होगा। और तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा, क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा लेंगे; नवीन हिंदी बाइबल तो मैं तुम्हारे साथ यह करूँगा : मैं तुम पर अचानक आतंक, क्षयरोग और ज्वर को भेजूँगा, जिससे तुम्हारी आँखें धुंधली हो जाएँगी, और तुम्हारा मन खेदित होगा। तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा, क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल तो निश्चित ही मैं तुम्हारे साथ यह करूंगा कि मैं तुमको अचानक ही आतंक, क्षय रोग और ज्वर-पीड़ित कर दूंगा, जिसके कारण तुम्हारी आंखें धुंधली हो जाएंगी तथा तुम्हारे प्राण मुरझा जाएंगे, तुम्हारा बीजारोपण भी व्यर्थ ही होगा क्योंकि तुम्हारे शत्रु इसको खा लेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो मैं तुम से यह करूँगा; अर्थात् मैं तुम को बेचैन करूँगा, और क्षयरोग और ज्वर से पीड़ित करूँगा, और इनके कारण तुम्हारी आँखें धुंधली हो जाएँगी, और तुम्हारा मन अति उदास होगा। और तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा, क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा लेंगे; |
‘जब इस देश में अकाल पड़ेगा, महामारी फैलेगी, फसल में गेरुआ कीड़ा लगेगा, पाला पड़ेगा, टिड्डी-दल का आक्रमण होगा अथवा फसल में कीड़े लगेंगे; जब उनके शत्रु उनको किसी नगर में घेर लेंगे, अथवा महामारी या रोग का उन पर हमला होगा,
वह उस बाण को अपने पेट से खींचकर निकालेगा; बाण की चमकदार नोक उसके पित्ताशय को फाड़कर बाहर आएगी। मृत्यु का आंतक उस पर छा जाएगा;
वे यह कहते हैं, ‘इसके विरुद्ध किसी दुर्जन को न्यायाधीश नियुक्त करो; दोषारोपण करनेवाला इसके दाहिने हाथ पर खड़ा हो।
प्रभु ने कहा, ‘यदि तुम अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी ध्यानपूर्वक सुनोगे, जो कार्य मेरी दृष्टि में उचित है, उसे करोगे, मेरी आज्ञाओं पर कान दोगे और मेरी समस्त संविधियों का पालन करोगे, तो मैं तुम पर महामारियाँ नहीं डालूँगा, जो मैंने मिस्र-निवासियों पर डाली थीं, क्योंकि मैं प्रभु हूं−तुम्हें स्वस्थ करने वाला।’
प्रभु का श्राप दुर्जन के घर पर पड़ता है; पर प्रभु धार्मिक व्यक्ति के निवास-स्थान पर आशिष की वर्षा करता है।
वस्तुत: तुम बन्दियों के मध्य दुबक कर बैठोगे; घात किए हुओं के ढेर में तुम्हारी भी लाश होगी! प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
प्रभु ने अपने दाहिने हाथ की, अपनी सामर्थी भुजा की शपथ खाई है : ‘निश्चय ही मैं भविष्य में तेरा अन्न तेरे शत्रुओं को फिर न दूंगा; जिस अंगूर-रस के लिए तूने खून पसीना एक किया है, विदेशी आक्रमणकारी उसे पी न सकेंगे।
उसी समय किसी ने दाऊद के राज-परिवार को यह बताया, ‘सीरिया देश तथा एफ्रइम राज्य के मध्य संधि हो गई है।’ यह सुनकर राजा आहाज तथा उसकी प्रजा का हृदय कांप उठा, जैसे जंगल के वृक्ष आंधी से कांप उठते हैं।
उन्होंने बोया था गेहूं, पर काटे कांटे। उन्होंने खून-पसीना बहाया, किन्तु हाथ कुछ न आया। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि के कारण वे अपनी फसल के लिए लज्जित होंगे।’
‘मैंने उन पर ये चार विनाश-दूत नियुक्त किए हैं!’ प्रभु कहता है : ‘वध करने के लिए तलवार, चीरने-फाड़ने के लिए शिकारी कुत्ते, उनके शव खाने के लिए आकाश के पक्षी, और उनको पूर्णत: समाप्त करने के लिए धरती के जंगली पशु।
मैंने उनके देश में विधवाओं की संख्या सागर-तट के रेत-कणों से अधिक कर दी! मैंने तरुण सैनिकों की माताओं के विरुद्ध दिन-दहाड़े एक विध्वंसक भेजा। मैंने आदेश दिया, और उन पर दु:ख और आतंक का पहाड़ अचानक टूट पड़ा।
प्रभु तेरे विषय में यों कहता है: मैं तुझे स्वयं तेरे लिए तथा तेरे मित्रों के लिए आतंक बना दूंगा। वे शत्रुओं की तलवार से कट-कट कर तेरी आंखों के सामने गिरेंगे। मैं समस्त यहूदा प्रदेश को बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंप दूंगा। वह यहूदा प्रदेश के निवासियों को गुलाम बना कर बेबीलोन ले जाएगा, और उनको तलवार से मौत के घाट उतार देगा।
वे तुम्हारी फसल और तुम्हारी खाने-पीने की वस्तुएं चटकर जाएंगे; वे तुम्हारे पुत्रों और पुत्रियों को निगल जाएंगे। वे तुम्हारी पशुशाला की भेड़-बकरियां और रेवड़ के गाय-बैल खा जाएंगे। वे तुम्हारे अंगूर-उद्यान के अंगूर, और अंजीर-कुंज के अंजीर साफ कर देंगे। जिन किलाबंद नगरों पर तुम्हें भरोसा है, उनको तलवार के बल पर खण्डहर बना देंगे।’
तुम्हारी पगड़ी तुम्हारे सिर पर रहेगी और पैरों में जूती। तुम न शोक मनाओगे और न रोओगे। तुम अपने अधर्म में घुलते जाओगे, और एक-दूसरे की ओर देख-देखकर विलाप करोगे।
‘ओ मानव, तू यह बात इस्राएल के वंश से कह : तुम लोगों ने कहा है, “हमारे अपराधों और हमारे पापों का बोझ हमारे ऊपर है, और उनको ढोते-ढोते हम क्षीण हो गए हैं। हम कैसे जीवित रह सकते हैं?”
तुम गरीब को रौंदते हो, उससे भेंट के रूप में जबरदस्ती अनाज लेते हो। तुमने घूस की कमाई से पत्थरों के भव्य मकान बनाए हैं; पर तुम उन मकानों में रह नहीं सकोगे! तुमने अंगूर के हरे-भरे उद्यान लगाए हैं; लेकिन तुम उनका रस न पी सकोगे!
तू बोएगा पर फसल काट नहीं पाएगा। तू जैतून का तेल निकालेगा, पर उसको सिर पर नहीं लगा पाएगा। तू अंगूर से रस निकालेगा, पर उसको पी नहीं पाएगा।
तुमने बहुत बोया, पर काटा थोड़ा। तुम खाते हो, पर तृप्त नहीं होते। पानी पीते हो, पर प्यास नहीं बुझती। तुम कपड़े पहिनते हो, पर उससे तुम्हारी ठण्ड दूर नहीं होती। मजदूर कमाता है, पर अपनी कमाई को ऐसी थैली में रखता है, जिसमें छेद है।’
जिन राष्ट्रों ने यरूशलेम के विरुद्ध युद्ध छेड़ा था, उनको प्रभु इस महामारी से मारेगा: खड़े-खड़े उनका शरीर गल जाएगा। उनकी आंखें उनके गोलकों में सड़ जाएंगी। उनकी जीभ उनके मुंह में सड़-गल जाएगी।
देखो, मैं तुम्हारी संतान को ताड़ित करूंगा। तुम्हारे मुंह पर तुम्हारे बलि-पशुओं की अंतड़ियां फेंकूंगा। मैं अपने सम्मुख से तुम्हें निकाल दूंगा।
जब तक तू नष्ट नहीं हो जाएगा, तब तक वे तेरे पशुओं के बच्चों और तेरी भूमि की उपज को खाते रहेंगे। जब तक वे तुझको मिटा नहीं देंगे, तब तक वे तेरे लिए अन्न, अंगूर का रस, तेल, तेरे पालतू पशुओं और भेड़-बकरियों के बच्चे नहीं छोड़ेंगे।
वे युद्ध-भूमि में तलवार से निर्वंश हो जाएंगे, वे घर के भीतर भय से आक्रांत होंगे। युवक और युवतियाँ, दुधमुंहा बच्चा और वृद्ध, सब नष्ट हो जाएंगे।
प्रभु का दूत आया। वह ओप्राह नगर के एक बांज वृक्ष के नीचे बैठ गया। यह अबीएजरी गोत्र के योआश का वृक्ष था। उस समय उसका पुत्र गिद्ओन अंगूर पेरने के कोल्हू में गेहूँ साफ कर रहा था कि गेहूँ को मिद्यानियों की दृष्टि से छिपाया जा सके।
मैं तुम में से एक पुरुष को अपनी वेदी के सम्मुख से न हटाकर जीवित रखूँगा, जिससे रो-रोकर उसकी आँखें धंस जाएँ, और उसके प्राण मुरझा जाएँ। तेरे परिवार के समस्त सदस्य तलवार से मृत्यु के घाट उतार दिए जाएँगे।