यारोबआम ने आठवें महीने के पन्द्रहवें दिन एक यात्रा पर्व प्रतिष्ठित किया, जैसा यहूदा प्रदेश में मनाया जाता था। तत्पश्चात् उसने वेदी पर बलि चढ़ाई। ऐसा ही उसने बेत-एल नगर में किया। उसने स्वनिर्मित बछड़े की प्रतिमाओं को बलि चढ़ाई। उसने बेत-एल में पहाड़ी शिखर की वेदियों के लिए, जिनको उसने निर्मित किया था, पुरोहित नियुक्त किए।
‘सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन के उत्सव तथा पर्व के सातों दिन वह प्रायश्चित के लिए पाप-बलि, अग्नि-बलि और अन्न-बलि तथा तेल की भेंट का इसी प्रकार प्रबंध करेगा।’
वह तुम्हारे लिए परम विश्राम-दिवस होगा। उस दिन तुम स्वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना। तुम उस महीने के नवें दिन की सन्ध्या से दूसरे दिन की सन्ध्या तक विश्राम-दिवस मनाना।’
यरूशलेम नगर पर आक्रमण करने वाले राष्ट्रों में जो राष्ट्र नष्ट होने से बच जाएगा, वह प्रति वर्ष स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, समस्त पृथ्वी के राजा की आराधना करने के लिए यरूशलेम में आएगा। वह झोपड़ियों का पर्व मनाएगा।