तुम्हारा मेमना निष्कलंक, नर और एक वर्ष का होना चाहिए। तुम उसे भेड़ों अथवा बकरियों के झुण्ड से लेना।
लैव्यव्यवस्था 22:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो इसको ग्राह्य बनाने के लिए तुम निष्कलंक बछड़ा, मेढ़ा, अथवा बकरा चढ़ाना। पवित्र बाइबल ये ऐसी भेटें हैं जिन्हें लोग इसलिए लाते हैं कि वे यहोवा को भेंट चढ़ाना चहते हैं। तुम्हें कोई ऐसी भेंट नहीं स्वीकार करनी चाहिए जिसमें कोई दोष हो। मैं उस भेंट से प्रसन्न नहीं होऊँगा! यदि भेंट एक साँड़ है, या एक भेड़ है, या एक बकरा है तो वह नर होना चाहिए और इसमें कोई दोष नहीं होना चाहिए। Hindi Holy Bible तो अपने निमित्त ग्रहणयोग्य ठहरने के लिये बैलों वा भेड़ों वा बकरियों में से निर्दोष नर चढ़ाया जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो अपने निमित्त ग्रहणयोग्य ठहरने के लिये बैलों या भेड़ों या बकरियों में से निर्दोष नर चढ़ाया जाए। नवीन हिंदी बाइबल तो वे बैलों या भेड़ों या बकरियों में से निर्दोष नर हों, तब वे ग्रहणयोग्य ठहरेंगी। सरल हिन्दी बाइबल वह तुम्हारे लिए ग्रहण योग्य हो सके, तो ज़रूरी है कि यह बलि निर्दोष नर पशु की हो, चाहे बछड़ा अथवा मेढ़ा अथवा बकरा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो अपने निमित्त ग्रहणयोग्य ठहरने के लिये बैलों या भेड़ों या बकरियों में से निर्दोष नर चढ़ाया जाए। |
तुम्हारा मेमना निष्कलंक, नर और एक वर्ष का होना चाहिए। तुम उसे भेड़ों अथवा बकरियों के झुण्ड से लेना।
‘यदि वह रेवड़ में से भेड़ अथवा बकरों की अग्नि-बलि चढ़ाता है तो उसे निष्कलंक नर पशु चढ़ाना होगा।
‘इस्राएली समाज से यह बोलना, तू उनसे कहना कि उनमें से जो मनुष्य प्रभु को पशु का चढ़ावा चढ़ाए, तो वह गाय-बैलों अथवा भेड़-बकरियों के रेवड़ में से बलि का पशु चढ़ाए।
‘यदि कोई व्यक्ति गाय-बैलों में से अग्नि-बलि चढ़ाता है, तो उसे निष्कलंक नर पशु चढ़ाना होगा। वह उसे मिलन-शिविर के द्वार पर चढ़ाएगा जिससे वह प्रभु के सम्मुख ग्रहण किया जाए।
कोई व्यक्ति जिसमें शारीरिक दोष होगा, निकट नहीं आएगा, चाहे वह अन्धा, लंगड़ा, विकृत मुखवाला, असमान अंगवाला हो,
‘यदि वह सामान्य व्यक्ति पाप-बलि के लिए चढ़ावे में मेमना लाता है, तो वह निष्कलंक मादा मेमना लाएगा।
इसके अतिरिक्त जब पिलातुस न्यायासन पर बैठा हुआ था, तब उसकी पत्नी ने यह संदेश भेजा था, “इस धर्मात्मा के मामले में हाथ नहीं डालना, क्योंकि इसी के कारण मुझे आज स्वप्न में बहुत कष्ट हुआ है।”
जब पिलातुस ने देखा कि येशु को बचाने में उसे सफलता नहीं मिल रही है, वरन् उपद्रव बढ़ता ही जा रहा है, तो उसने पानी मँगा कर लोगों के सामने हाथ धोए और कहा, “मैं इस मनुष्य के रक्त का दोषी नहीं हूँ। तुम लोग जानो।”
“मैंने निर्दोष रक्त का सौदा कर पाप किया है।” उन्होंने उत्तर दिया, “हमें इस से क्या! तुम जानो।”
शतपति और उसके साथ येशु पर पहरा देने वाले सैनिक भूकम्प और इन सब घटनाओं को देख कर अत्यन्त भयभीत हो गये और बोल उठे, “निश्चय ही, यह परमेश्वर का पुत्र था।”
उन से कहा, “आप लोगों ने यह अभियोग लगा कर इस मनुष्य को मेरे सामने पेश किया कि यह जनता को भ्रष्ट करता है। मैंने आपके सामने इसकी जाँच की; परन्तु आप इस मनुष्य पर जिन बातों का अभियोग लगाते हैं, उनके विषय में मैंने इस में कोई दोष नहीं पाया
हमारा दण्ड न्यायसंगत है, क्योंकि हम अपनी करनी का फल भोग रहे हैं; पर इन्होंने कोई अपराध नहीं किया है।”
शतपति ने यह घटना देख कर परमेश्वर की स्तुति की और यह कहा, “निश्चय ही, यह मनुष्य धर्मात्मा था।”
पिलातुस फिर राजभवन के बाहर गया और लोगों से बोला, “देखो, मैं उसे तुम लोगों के सामने बाहर ला रहा हूँ, जिससे तुम यह जान लो कि मैं उसमें कोई दोष नहीं पाता।”
मसीह, जो आप से अपरिचित ही थे, उनको परमेश्वर ने हमारे लिए पाप बना दिया, जिससे हम उनके द्वारा परमेश्वर की धार्मिकता प्राप्त कर सकें।
क्योंकि वह एक ऐसी कलीसिया अपने सामने उपस्थित करना चाहते थे जो महिमामय हो, जिस में न दाग हो, न झुर्री और न कोई दूसरा दोष, वरन् जो पवित्र और निष्कलंक हो।
यदि उसमें किसी प्रकार का कलंक है, यदि वह लंगड़ा है, अथवा अंधा है, या उसमें अन्य प्रकार का गंभीर दोष है, तो उसको अपने प्रभु परमेश्वर के लिए बलि मत करना।
तो फिर मसीह का रक्त, जिन्होंने अपने आपको शाश्वत आत्मा के द्वारा निर्दोष बलि के रूप में परमेश्वर को अर्पित किया, हमारे अन्त:करण को मृत कर्मों से क्यों नहीं शुद्ध करेगा और हमें जीवन्त परमेश्वर की सेवा के योग्य क्यों नहीं बनायेगा?
मसीह ने भी एक बार ही पापों के प्रायश्चित के लिए दु:ख भोगा; धर्मी अधर्मियों के लिए मर गये, जिससे वह आप लोगों को परमेश्वर के पास ले जायें। वह शरीर की दृष्टि से तो मारे गये, किन्तु आत्मा द्वारा जिलाये गये।