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लैव्यव्यवस्था 19:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

‘तुम न्‍याय करते समय अन्‍याय मत करना। तुम न तो दरिद्र व्यक्‍ति का पक्ष लेना और न बड़े मनुष्‍य के सम्‍मुख झुकना, वरन् धार्मिकता से अपने देश-भाई अथवा बहिन का न्‍याय करना।

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पवित्र बाइबल

“तुम्हें न्याय करने मै ईमानदार होना चाहिए। न तो तुम्हें ग़रीब के साथ विशेष पक्षपात करना चाहिए और न ही बड़े एवं धनी लोगों के प्रति कोई आदर दिखाना चाहिए। तुम्हें अपने पड़ोसी के साथ न्याय करते समय ईमानदार होना चाहिए।

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Hindi Holy Bible

न्याय में कुटिलता न करना; और न तो कंगाल का पक्ष करना और न बड़े मनुष्यों का मुंह देखा विचार करना; उस दूसरे का न्याय धर्म से करना।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

“न्याय में कुटिलता न करना; और न तो कंगाल का पक्ष करना और न बड़े मनुष्यों का मुँह देखा विचार करना; एक दूसरे का न्याय धर्म से करना।

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नवीन हिंदी बाइबल

“तुम न्याय करने में कुटिलता न करना। तुम न तो कंगाल का पक्ष लेना और न बड़े लोगों को प्रमुखता देना। तुम एक दूसरे का न्याय सच्‍चाई से करना।

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सरल हिन्दी बाइबल

“ ‘तुम निर्णय देने में अन्याय न करना; तुम दरिद्र के प्रति भेद-भाव न करना, न ही ऊंचे लोगों का सम्मान तुम्हारे निर्णय को प्रभावित करने पाए, परंतु तुम अपने पड़ोसी का सही प्रकार से न्याय करना.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

“न्याय में कुटिलता न करना; और न तो कंगाल का पक्ष करना और न बड़े मनुष्यों का मुँह देखा विचार करना; एक दूसरे का न्याय धार्मिकता से करना।

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लैव्यव्यवस्था 19:15
20 क्रॉस रेफरेंस  

क्‍या तुम उसके प्रति पक्षपात करोगे, उसकी ओर से मुकदमा लड़ोगे?


मैं किसी के प्रति पक्षपात नहीं करूंगा; और न ही किसी की चापलूसी करूंगा।


वह सामन्‍तों के प्रति पक्षपात नहीं करता, और न अमीर को गरीब से अधिक सम्‍मान देता है। क्‍योंकि दोनों को उसने अपने हाथ से रचा है।


‘कब तक तुम अन्‍यायपूर्ण निर्णय करते रहोगे, कब तक तुम दुर्जनों का पक्ष लेते रहोगे? सेलाह


अब तुम सब इस्राएली लोगों में योग्‍य, परमेश्‍वर के भक्‍त, सत्‍य-निष्‍ठ और घूस से घृणा करने वाले व्यक्‍ति चुनो। ऐसे व्यक्‍तियों को हजार-हजार, सौ-सौ, पचास-पचास एवं दस-दस के समूह पर शासक नियुक्‍त करो।


दुर्जन का पक्ष लेना, और धार्मिक मनुष्‍य के साथ न्‍याय न करना अनुचित है।


विद्वानों ने यह भी कहा है: न्‍याय करते समय पक्षपात करना अनुचित है।


न्‍याय के लिए अपना मुंह बन्‍द मत करना, वरन् धर्म से न्‍याय करना; दीन-दरिद्रों के अधिकार की रक्षा करना।”


‘तुम न्‍याय, पाप, तौल और मात्रा में अन्‍याय मत करना।


मुँह देखा न्‍याय मत करो, वरन् निष्‍पक्ष न्‍याय करो।”


पौलुस ने उससे कहा, “परमेश्‍वर तुम को मारेगा! तुम पुती हुई दीवार हो! तुम व्‍यवस्‍था के अनुसार मेरा न्‍याय करने बैठे हो और तुम व्‍यवस्‍था का उल्‍लंघन कर मुझे मारने का आदेश देते हो।”


तुम मुंह देख कर न्‍याय मत करना। बड़े और छोटे मनुष्‍य का मुकदमा समान भाव से सुनना। तुम किसी भी व्यक्‍ति से मत डरना; क्‍योंकि न्‍याय परमेश्‍वर का है। यदि तुम्‍हें कोई मुकदमा कठिन प्रतीत हो, तो तुम उसको मेरे पास लाना। मैं उसको सुनूंगा।”


क्‍योंकि तुम्‍हारा प्रभु परमेश्‍वर समस्‍त देवताओं का परमेश्‍वर है। वह समस्‍त स्‍वामियों का स्‍वामी है। वह महान, बलवान और आतंकमय परमेश्‍वर है। वह किसी का पक्षपात नहीं करता, और न किसी से घूस ही लेता है।


तू न्‍याय को भ्रष्‍ट मत करना। तू पक्षपात नहीं करना। तू घूस मत लेना; क्‍योंकि घूस बुद्धिमान व्यक्‍ति की आंख को बन्‍द कर देती है। वह धार्मिकों के न्‍याय-पक्ष को उलट देती है।


“प्रवासी, पितृहीन और विधवा के न्‍याय को भ्रष्‍ट करने वाला व्यक्‍ति शापित है।” सब लोग प्रत्‍युत्तर में कहेंगे, “ऐसा ही हो!”