शमूएल एलकाना का पुत्र और एलकाना यहोराम का पुत्र था। यहोराम एलीएल का पुत्र और एलीएल तोह का पुत्र था।
लैव्यव्यवस्था 16:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब वह प्रायश्चित्त के हेतु पवित्र-स्थान में प्रवेश करेगा और जब तक वह अपने, अपने परिवार एवं समस्त इस्राएली धर्मसभा के लिए प्रायश्चित्त करके बाहर नहीं निकलेगा, तब तक मिलन-शिविर में कोई भी मनुष्य उपस्थित नहीं होगा। पवित्र बाइबल “जिस समय हारून महापवित्र स्थान को शुद्ध करे, उस समय कोई व्यक्ति मिलापवाले तम्बू में नहीं होना चाहिए। किसी व्यक्ति को उसके भीतर तब तक नहीं जाना चाहिए जब तक हारून बाहर न आ जाय। इस प्रकार हारून अपने को और अपने परिवार को शुद्ध करेगा और तब इस्राएल के सभी लोगों को शुद्ध करेगा। Hindi Holy Bible और जब हारून प्रायश्चित्त करने के लिये पवित्रस्थान में प्रवेश करे, तब से जब तक वह अपने और अपने घराने और इस्त्राएल की सारी मण्डली के लिये प्रायश्चित्त करके बाहर न निकले तब तक कोई मनुष्य मिलापवाले तम्बू में न रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब हारून प्रायश्चित्त करने के लिये पवित्रस्थान में प्रवेश करे, तब से जब तक वह अपने और अपने घराने और इस्राएल की सारी मण्डली के लिये प्रायश्चित्त करके बाहर न निकले तब तक कोई मनुष्य मिलापवाले तम्बू में न रहे। नवीन हिंदी बाइबल जब से हारून प्रायश्चित्त करने के लिए पवित्रस्थान में प्रवेश करे तब से लेकर जब तक वह अपने लिए, अपने घराने के लिए, और इस्राएल की सारी मंडली के लिए प्रायश्चित्त करके बाहर न निकल आए तब तक कोई भी मिलापवाले तंबू में न रहे। सरल हिन्दी बाइबल जब वह प्रायश्चित पूरा करने के लिए परम पवित्र स्थान में जाता है, तब तक मिलनवाले तंबू में कोई भी व्यक्ति न रहने पाए, जब तक वह बाहर न आ जाए कि वह अपने लिए, अपने परिवार तथा इस्राएल की सारी सभा के लिए प्रायश्चित पूरा कर सके. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब हारून प्रायश्चित करने के लिये अति पवित्रस्थान में प्रवेश करे, तब से जब तक वह अपने और अपने घराने और इस्राएल की सारी मण्डली के लिये प्रायश्चित करके बाहर न निकले तब तक कोई मनुष्य मिलापवाले तम्बू में न रहे। |
शमूएल एलकाना का पुत्र और एलकाना यहोराम का पुत्र था। यहोराम एलीएल का पुत्र और एलीएल तोह का पुत्र था।
कोई भी व्यक्ति तेरे साथ ऊपर न चढ़े। समस्त पहाड़ पर मनुष्य दिखाई भी न दे। भेड़-बकरी, गाय-बैल उस पहाड़ के सम्मुख न चराए जाएँ।’
हम-सब भटकी हुई भेड़ों के सदृश थे; प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने मार्ग पर चल रहा था। परन्तु प्रभु ने हमारे सब दुष्कर्मों का बोझ उस पर लाद दिया।
“तेरी कौम और तेरे पवित्र नगर के लिए वर्षों के सत्तर सप्ताह निश्चित किए गए हैं। इन वर्षों के व्यतीत होने में सब प्रकार के अपराध समाप्त हो जाएँगे, पाप का अन्त हो जाएगा, अधर्म का प्रायश्चित कराया जाएगा, धार्मिकता शाश्वत बना दी जाएगी, दर्शन और नबूवत सत्य प्रमाणित होगी और “परम पवित्र’ को अभ्यंजित किया जाएगा।
इस प्रकार वह इस्राएली समाज की सब अशुद्धताओं, उनके अपराधों तथा सब पापों के कारण पवित्र-स्थान के हेतु प्रायश्चित्त करेगा। ऐसा ही वह मिलन-शिविर के लिए करेगा, जो उनकी अशुद्धताओं के मध्य, उनके साथ स्थित है।
वह प्रभु के सम्मुख की वेदी के पास बाहर आएगा और उसके हेतु प्रायश्चित्त करेगा। वह बछड़े तथा बकरे का कुछ रक्त लेकर वेदी के चारों ओर सींगों पर उसको लगाएगा।
किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा मुक्ति नहीं है; क्योंकि समस्त संसार में मनुष्यों को कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया है, जिसके द्वारा हमें मुक्ति मिल सकती है।”
केवल एक ही परमेश्वर है और परमेश्वर तथा मनुष्यों के बीच केवल एक ही मध्यस्थ हैं, अर्थात् येशु मसीह, जो स्वयं मनुष्य हैं
यह पुत्र, परमेश्वर की महिमा का प्रतिबिम्ब और उसके तत्व का प्रतिरूप है। यह पुत्र अपने शक्तिशाली शब्द द्वारा समस्त सृष्टि को बनाये रखता है। उसने मनुष्यों को पापों से शुद्ध किया और वह उच्च स्वर्ग में महामहिम परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हुआ।
किन्तु केवल महापुरोहित, वर्ष में एक ही बार, पिछले कक्ष में वह रक्त लिये प्रवेश करता था, जिसे वह अपने और प्रजा के दोषों के लिए प्रायश्चित के रूप में चढ़ाता था।
वह अपने शरीर में हमारे पापों को क्रूस के काठ पर ले गये, जिससे हम पाप के लिए मृत हो कर धार्मिकता के लिए जीने लगें। आप उनके घावों द्वारा स्वस्थ हो गये हैं।
मसीह ने भी एक बार ही पापों के प्रायश्चित के लिए दु:ख भोगा; धर्मी अधर्मियों के लिए मर गये, जिससे वह आप लोगों को परमेश्वर के पास ले जायें। वह शरीर की दृष्टि से तो मारे गये, किन्तु आत्मा द्वारा जिलाये गये।