जब रूबेन गड्ढे की ओर लौटा और देखा कि यूसुफ गड्ढे में नहीं है तब उसने अपने वस्त्र फाड़े।
लैव्यव्यवस्था 13:45 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘कुष्ठ जैसे रोग का रोगी फटे वस्त्र पहनेगा। उसके सिर के बाल बिखरे रहेंगे। वह उपरले ओंठ को ढांपकर पुकारेगा, “अशुद्ध! अशुद्ध!!” पवित्र बाइबल यदि किसी व्यक्ति को भयानक चर्मरोग हो तो उस ब्यक्ति को अन्य लोगों को सावधान करना चाहिए। उस व्यक्ति को जोर से ‘अशुद्ध! अशुद्ध!’ कहना चाहिए, उस व्यक्ति के वस्त्रों को, सिलाई से फाड़ देना चाहिए उस व्यक्ति को, अपने बालों को सँवारना नहीं चाहिए और उस व्यक्ति को अपना मुख ढकना चाहिए। Hindi Holy Bible और जिस में वह व्याधि हो उस कोढ़ी के वस्त्र फटे और सिर के बाल बिखरे रहें, और वह अपने ऊपर वाले होंठ को ढांपे हुए अशुद्ध, अशुद्ध पुकारा करे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “जिसमें वह व्याधि हो उस कोढ़ी के वस्त्र फटे और सिर के बाल बिखरे रहें, और वह अपने ऊपरवाले होंठ को ढाँपे हुए अशुद्ध, अशुद्ध पुकारा करे। नवीन हिंदी बाइबल “जिस व्यक्ति को कोढ़ का रोग हो, उसके वस्त्र फटे हों और उसके सिर के बाल बिखरे रहें, तथा वह अपने ऊपर के होंठ को ढककर ‘अशुद्ध, अशुद्ध’ पुकारा करे। सरल हिन्दी बाइबल “वह व्यक्ति, जो कोढ़ के रोग से संक्रमित हुआ है, उसके वस्त्र फाड़ दिए जाएं, उसका सिर उघाड़ दिया जाए और वह अपने मुख का निचला भाग ढक कर ऊंचे स्वर में कहे, ‘अशुद्ध! अशुद्ध!’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “जिसमें वह व्याधि हो उस कोढ़ी के वस्त्र फटे और सिर के बाल बिखरे रहें, और वह अपने ऊपरवाले होंठ को ढाँपे हुए अशुद्ध, अशुद्ध पुकारा करे। |
जब रूबेन गड्ढे की ओर लौटा और देखा कि यूसुफ गड्ढे में नहीं है तब उसने अपने वस्त्र फाड़े।
तब तामार ने शोक प्रकट करने के लिए अपने सिर पर राख डाली। अपना बाहोंवाला कुरता, जिसको वह पहिने हुए थी, फाड़ दिया। उसने अपना हाथ सिर पर रखा, और उच्च स्वर में रोती हुई चली गई।
सामरी नगर के प्रवेश-द्वार पर चार कुष्ठ-रोगी रहते थे। उन्होंने एक-दूसरे से यह कहा, ‘हम मौत आने तक यहां क्यों बैठे रहें?
तब अय्यूब उठा। उसने शोक प्रकट करने के लिए अपना अंगरखा फाड़ा और अपना सिर मुंड़ाया। वह भूमि पर गिरा, और उसने प्रभु की साष्टांग वन्दना की।
चले जाओ, चले जाओ; बेबीलोन से बाहर निकलो। अशुद्ध वस्तु को स्पर्श मत करो। ओ प्रभु के पवित्र पात्रों को उठानेवालो! बेबीलोन के मध्य से बाहर निकलो, और अपने-आप को शुद्ध करो।
तब मैंने कहा, ‘हाय! अब मैं जीवित नहीं रह सकता! मैं अशुद्ध ओंठवाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध ओंठवाले लोगों के मध्य निवास करता हूं। मैंने साक्षात् स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा।’
हम-सब अशुद्ध व्यक्ति के समान हो गए हैं, हमारे सब धर्म-कर्म गन्दे वस्त्र हो गए हैं। हम-सब पत्ते के सदृश मुरझा जाते हैं। हमारे दुष्कर्म हवा की तरह हमें उड़ा ले जाते हैं।
हमें तो शर्म के मारे गड़ जाना चाहिए। हमें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। हमने अपने प्रभु परमेश्वर के प्रति पाप किया है। हम और हमारे पूर्वज बचपन से आज तक पाप करते आए हैं। हमने अपने प्रभु परमेश्वर की बातों को नहीं माना।’
प्रभु के ये वचन सुन कर न तो राजा भयभीत हुआ और न उसके कर्मचारी। उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र भी नहीं फाड़े।
लोग उनको देखकर चिल्लाते हैं, ‘अशुद्ध! भागो! भागो! यहां से भागो। हमें स्पर्श मत करो।’ अत: वे इधर-उधर भटकने लगे। तब अन्य राष्ट्रों के लोगों ने यह कहा, ‘ये हमारे साथ अब नहीं रह सकते।’
आहें भरना, किन्तु सुनाई न पड़े। तू मृतक के लिए शोक मत मनाना। सिर पर पगड़ी बाँधे रहना, और पैरों में जूती पहने रहना। ओंठों को मत ढांपना; और न मृत जन की स्मृति के लिए रोटी खानेवालों के समान रोटी खाना।’
और जैसा मैंने किया है वैसा तुम भी करोगे: तुम ओंठों को नहीं ढांपोगे और न अपने मृत जन की स्मृति में रोटी खाओगे।
अपने वस्त्र नहीं, वरन् अपना हृदय विदीर्ण करो।’ ओ यहूदा देश, अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौट। वह कृपालु और दयालु है। वह विलम्ब क्रोधी और महा करुणा सागर है। वह दु:ख देकर पछताता है।
मूसा ने हारून और उसके पुत्रों− एलआजर तथा ईतामर−से कहा, ‘तुम मृत्यु शोक प्रकट करने के लिए अपने सिर के बाल मत बिखराओ, अपने वस्त्र भी मत फाड़ो। ऐसा न हो कि तुम मर जाओ, और समस्त मण्डली पर प्रभु का क्रोध भड़क उठे। किन्तु तुम्हारे भाई-बन्धु, इस्राएल के सब वंशज, उस आग के लिए विलाप करें, जिसको प्रभु ने प्रज्वलित किया है।
तो वह कुष्ठ-रोगी के समान चर्म-रोगी है; वह अशुद्ध है। पुरोहित उसको निश्चय ही अशुद्ध घोषित करेगा। उसके सिर पर रोग है।
‘जो पुरोहित अपने पुरोहित-भाइयों में प्रमुख है, जिसके सिर पर अभ्यंजन का तेल उण्डेला गया है, जिसको पुरोहित पद पर प्रतिष्ठित किया गया है कि वह पुरोहित की पोशाक पहिन सके, वह अपने सिर के केश बिखरने नहीं देगा और न मृत्युशोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़ेगा।
द्रष्टाओं का अनादर होगा, शकुन विचारनेवाले अपमानित होंगे। वे अपने मुंह छिपाएंगे; क्योंकि परमेश्वर उनको उत्तर नहीं देगा।
‘तू इस्राएली समाज को आदेश दे कि वे सब कुष्ठरोगियों−जैसे चर्मरोगियों, स्रावग्रस्त व्यक्तियों और शव-स्पर्श के द्वारा अशुद्ध हुए व्यक्तियों को पड़ाव से बाहर निकाल दें।
यह देख कर सिमोन पतरस ने येशु के चरणों पर गिर कर कहा, “प्रभु! मेरे पास से चले जाइए। मैं तो पापी मनुष्य हूँ।”