चार पैरों पर चलने वाले सब पशुओं में से पंजों पर चलने-वाले पशु तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। उनकी लोथ का स्पर्श करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
लैव्यव्यवस्था 11:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनकी लोथ को ले जानेवाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा और वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। वे तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। पवित्र बाइबल यदि कोई व्यक्ति उनके मरे शरीर को उठाता है तो उस व्यक्तति को अपने वस्त्र धोने चाहिए। वह व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। वे जानवर तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। Hindi Holy Bible और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और सांझ तक अशुद्ध रहे; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं। नवीन हिंदी बाइबल जो कोई उनकी लोथ को उठाए वह अपने वस्त्र धोए, और वह साँझ तक अशुद्ध रहेगा; वे तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। सरल हिन्दी बाइबल और जो कोई इनके शव को हटाता है, वह अपने वस्त्रों को धो ले. वह शाम तक अशुद्ध रहेगा; वे पशु तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं। |
चार पैरों पर चलने वाले सब पशुओं में से पंजों पर चलने-वाले पशु तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं। उनकी लोथ का स्पर्श करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
‘भूमि पर रेंगने वाले जन्तुओं में से ये जन्तु तुम्हारे लिए अशुद्ध हैं : नेवला, चूहा, सब प्रकार की गोह,
इसके अतिरिक्त, घर के बन्द रहने की अवधि में प्रवेश करने वाला व्यक्ति सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
पुरोहित उनमें से एक को पाप-बलि के लिए और दूसरे को अग्नि-बलि के लिए अर्पित करेगा। पुरोहित उसके स्राव के हेतु उसके लिए प्रभु के सम्मुख प्रायश्चित्त करेगा।
अजाजेल के पास बकरा ले जानेवाला व्यक्ति अपने वस्त्र धोएगा और जल में स्नान करेगा। इसके पश्चात् ही वह पड़ाव में प्रवेश कर सकेगा।
जो व्यक्ति, चाहे वह देशी हो अथवा प्रवासी, हिंस्र पशु द्वारा फाड़े गए पशु अथवा स्वाभाविक मृत्यु से मरे हुए पशु का मांस खाएगा, तो वह अपने वस्त्र धोएगा और जल में स्नान करेगा। वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा; और तब शुद्ध हो जाएगा।
तो जो व्यक्ति इनमें से किसी का भी स्पर्श करेगा, वह सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा। जब तक वह जल में स्नान नहीं करेगा तब तक पवित्र वस्तुओं को नहीं खाएगा।
उसके बाद पुरोहित अपने वस्त्र धोएगा और जल में स्नान करेगा। तब वह पड़ाव में आएगा, किन्तु वह सन्ध्या समय तक अशुद्ध रहेगा।