और स्वयं निर्जन प्रदेश की ओर चले गए। उन्होंने एक दिन का मार्ग पार किया। वह झाऊ वृक्ष के नीचे बैठ गए। उन्होंने प्रभु से अपनी मृत्यु मांगी। उन्होंने कहा, ‘प्रभु, अब बहुत हो गया! तू मेरे प्राण ले ले। मैं अपने पूर्वजों से गया-बीता हूं।’
योना 4:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए अब मैं तुझसे यह विनती करता हूं: हे प्रभु, तू मेरा प्राण मुझसे ले ले। मेरे लिए जीवित रहने की अपेक्षा मरना अच्छा है।’ पवित्र बाइबल सो हे यहोवा, अब मैं तुझसे यही माँगता हूँ, कि तू मुझे मार डाल। मेरे लिये जीवित रहने से मर जाना उत्तम है!” Hindi Holy Bible सो अब हे यहोवा, मेरा प्राण ले ले; क्योंकि मेरे लिये जीवित रहने से मरना ही भला है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब हे यहोवा, मेरा प्राण ले ले; क्योंकि मेरे लिये जीवित रहने से मरना ही भला है।” सरल हिन्दी बाइबल तब हे याहवेह, मेरे प्राण ले लें, क्योंकि मेरे लिये जीवित रहने से मर जाना भला है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सो अब हे यहोवा, मेरा प्राण ले ले; क्योंकि मेरे लिये जीवित रहने से मरना ही भला है।” |
और स्वयं निर्जन प्रदेश की ओर चले गए। उन्होंने एक दिन का मार्ग पार किया। वह झाऊ वृक्ष के नीचे बैठ गए। उन्होंने प्रभु से अपनी मृत्यु मांगी। उन्होंने कहा, ‘प्रभु, अब बहुत हो गया! तू मेरे प्राण ले ले। मैं अपने पूर्वजों से गया-बीता हूं।’
नाम की सुगन्ध अनमोल इत्र की सुगन्ध से श्रेष्ठ है। मृत्यु का दिन जन्म के दिन से उत्तम है।
इस दुष्ट पीढ़ी के बचे हुए लोग जीवन की नहीं, मृत्यु की कामना करेंगे। जिन देशों में मैं उनको खदेड़ दूंगा, वहां वे जीवित रहना नहीं चाहेंगे,’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यही वाणी है।
जब सूरज निकला तब परमेश्वर ने पूर्व दिशा से गरम हवा बहाई। योना के सिर पर सूरज की किरणें पड़ीं और वह बेहोश हो गया। योना मृत्यु की इच्छा करने लगा। उसने कहा, ‘मेरे लिए जीवित रहने की अपेक्षा मरना अच्छा है।’
यदि तू मुझसे ऐसा व्यवहार करेगा, तो मुझपर कृपा कर, और अविलम्ब मेरा वध कर दे जिससे मुझे अपनी दुर्दशा अपनी आंखों से देखनी न पड़े।’
वे मूसा से विवाद करने लगे। उन्होंने कहा, ‘भला होता कि हम उस समय मर गए होते जब प्रभु के सम्मुख हमारे भाई-बहिनों के प्राण निकले थे।
परन्तु मैंने इन अधिकारों का उपयोग नहीं किया और यह मैं इसलिए नहीं लिख रहा हूँ कि अब मेरे लिए ऐसा किया जाये। मैं भले ही मर जाऊं, किन्तु मैं अपने को इस गौरव से वंचित नहीं होने दूंगा।