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योना 3:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

हर एक मनुष्‍य और पशु अपने शरीर पर टाट के वस्‍त्र लपेटेगा। मनुष्‍य छाती पीट-पीटकर परमेश्‍वर की दुहाई देंगे। प्रत्‍येक मनुष्‍य अपने दुराचरण को त्‍याग दे, और दुष्‍कर्मों को छोड़ दे।

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पवित्र बाइबल

बल्कि हर व्यक्ति और हर पशु टाट धारण करेंगे जिससे यह दिखाई दे कि वे दु:खी हैं। लोग ऊँचे स्वर में परमेश्वर को पुकारेंगे। हर व्यक्ति को अपना जीवन बदलना होगा और उसे चाहिये कि वह बुरे कर्म करना छोड़ दे।

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Hindi Holy Bible

और मनुष्य और पशु दोनों टाट ओढ़ें, और वे परमेश्वर की दोहाई चिल्ला-चिल्ला कर दें; और अपने कुमार्ग से फिरें; और उस उपद्रव से, जो वे करते हैं, पश्चाताप करें।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मनुष्य और पशु दोनों टाट ओढ़ें, और वे परमेश्‍वर की दोहाई चिल्‍ला–चिल्‍ला कर दें; और अपने कुमार्ग से फिरें; और उस उपद्रव से, जो वे करते हैं, पश्‍चाताप करें।

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सरल हिन्दी बाइबल

पर मनुष्य और पशु टाट ओढ़ें. हर एक जन तुरंत परमेश्वर की दोहाई दे और वे अपनी बुरे कामों तथा हिंसा के कार्यों को छोड़ दें.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और मनुष्य और पशु दोनों टाट ओढ़ें, और वे परमेश्वर की दुहाई चिल्ला चिल्लाकर दें; और अपने कुमार्ग से फिरें; और उस उपद्रव से, जो वे करते हैं, पश्चाताप करें।

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योना 3:8
23 क्रॉस रेफरेंस  

यद्यपि मेरे हाथों से कोई हिंसा नहीं हुई थी; मेरी प्रार्थना पवित्र है!


परमेश्‍वर शिक्षा देने के लिए उनके कान खोलता है, वह उन्‍हें आदेश देता है कि वे बुराई की ओर से लौटें।


जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूं, वह यह है : दुर्जनता के बन्‍धकों से मनुष्‍य को मुक्‍त करना, व्यक्‍ति की गरदन से जूआ उतारना, अत्‍याचार की गुलामी में कैद इन्‍सान को स्‍वतन्‍त्र करना, वस्‍तुत: हर प्रकार की गुलामी से मनुष्‍य को स्‍वतंत्र करना।


उनके जालों से कपड़ा नहीं बनेगा; जो वे बुनते हैं, उनसे मनुष्‍य अपने शरीर को ढक नहीं सकता। उनके काम केवल दुष्‍कर्म हैं, उनके हाथों से सिर्फ हिंसा के काम होते हैं।


‘अब, यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों से यह कह : “प्रभु यों कहता है : देखो, मैं तुम्‍हारा अनिष्‍ट करने का विचार कर रहा हूँ; मैं तुम्‍हारे विरुद्ध अनिष्‍ट की योजना बना रहा हूं। अत: प्रत्‍येक मनुष्‍य अपने बुरे मार्ग को छोड़कर मेरी ओर लौटे, और तुम-सब अपना-अपना आचरण और व्‍यवहार सुधारो।”


प्रभु कहता रहा, “तुम में से प्रत्‍येक मनुष्‍य पश्‍चात्ताप करे, अपने बुरे मार्ग से लौटे, अपने दुष्‍कर्मों को छोड़े, और लौट कर उस देश पर निवास करे जो तुम्‍हारे प्रभु ने तुम्‍हें और तुम्‍हारे पूर्वजों को प्राचीन काल में सदा के लिए दिया था।


हो सकता है, वे मेरे इन वचनों को सुन कर अपने कुमार्ग से लौटें, और उनके दुष्‍कर्मों के कारण जो मैंने उनका अनिष्‍ट करने का निश्‍चय किया है, उससे मैं पछताऊं।


जब मेरे ये वचन पढ़े जाएंगे और यहुदा प्रदेश की जनता सुनेगी कि मैं उनका क्‍या अनिष्‍ट करनेवाला हूं, तो हो सकता है कि यहूदा प्रदेश का प्रत्‍येक व्यक्‍ति अपने दुराचरण को छोड़ दे और पश्‍चात्ताप करे, और मैं उसके अधर्म और पाप को क्षमा कर दूं।’


ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्‍वयं स्‍वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्‍ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्‍यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्‍तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्‍यों मरना चाहते हो?”


महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्‍वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्‍धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्‍त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्‍बे हो जाएं।”


उपवास का दिन घोषित करो, धर्म-महासभा की बैठक बुलाओ। प्रभु परमेश्‍वर के भवन में धर्मवृद्धों और देशवासियों को एकत्र करो। सब प्रभु की दुहाई दें।


अन्‍त में नाविकों ने प्रभु से प्रार्थना की, ‘हे प्रभु, हम तुझसे विनती करते हैं। इस मनुष्‍य के प्राण के बदले में हमें मत नष्‍ट कर। निर्दोष व्यक्‍ति की हत्‍या का दोष हम पर मत लगाना। प्रभु, तूने अपनी इच्‍छानुसार यह कार्य किया है।’


जलयान का कप्‍तान उसके पास आया। उसने पुकारा, ‘ओ सोनेवाले, यह क्‍या? उठो, अपने ईश्‍वर को पुकारो, कदाचित ईश्‍वर हमारी ओर ध्‍यान दे और हम बच जाएं।’


पश्‍चात्ताप का उचित फल उत्‍पन्न करो


मैंने पहले दमिश्‍क तथा यरूशलेम के लोगों में, और उसके बाद समस्‍त यहूदा प्रदेश तथा ग़ैर-यहूदियों में भी यह प्रचार किया कि वे पश्‍चात्ताप करें, परमेश्‍वर की ओर अभिमुख हो जायें और पश्‍चात्ताप के अनुरूप आचरण करें।


अत: आप लोग पश्‍चात्ताप करें और परमेश्‍वर के पास लौट आयें, जिससे आपके पाप मिट जायें


मैं अपने दो सािक्षयों को आदेश दूँगा कि वे उन बारह सौ साठ दिनों तक टाट ओढ़े नबूवत करते रहें।”